तेजस्वी ने कहा नीतीश के मंत्रियों को क, ख, ग, घ और ABCD भी नहीं मालूम, मुख्यमंत्री को उन्हें पढ़ाना चाहिए

तेजस्वी ने कहा नीतीश के मंत्रियों को क, ख, ग, घ और ABCD भी नहीं मालूम, मुख्यमंत्री को उन्हें पढ़ाना चाहिए

PATNA : बिहार विधानमंडल का बजट सत्र जारी है. बजट सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. नेता एक दूसरे पर जुबानी हमला कर रहे हैं. गुरूवार को बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी ने बिहार के मंत्रियों को 'अनपढ़' तक करार दे दिया क्योंकि उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत में स्पष्ट कहा कि विभाग के मंत्री को क, ख, ग, घ या A, B, C, D भी नहीं मालूम है.


तेजस्वी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार ने कुछ ऐसे लोगों को विभाग का मंत्री बना दिया है, जिनको क, ख, ग, घ या A, B, C, D भी नहीं मालूम है. सीएम नीतीश हम ही लोगों को पढ़ाने की बात कर रहे हैं. उन्हें खुद कम से कम अपने मंत्रियों को तैयार करना चाहिए. उनके किसी मंत्री को कोई जानकारी ही नहीं है. 




तेजस्वी ने कहा कि सीएम हमेशा कहते हैं कि थ्री सी, क्राइम, करप्शन और कम्युनलिस्म के साथ समझौता नहीं करेंगे. लेकिन यहां तो नीतीश कुमार वही काम कर रहे हैं. बिहार में पता नहीं कब अपराधियों के अंदर पुलिस का भय होगा. यहां तो अपराधी ही पुलिस की हत्या कर दे रहे हैं. शराबबंदी भगवान भरोसे है. घटना के बाद समीक्षा बैठक के नाम पर भिक्षा बैठक करते हैं. नीतीश कुमार जो आरसीपी टैक्स देता है, उसका काम करते हैं.


तेजस्वी ने आगे कहा कि सीपीआई माले के विधायक महबूब आलम के साथ थानेदार द्वारा विधानसभा में बदसलूकी की गई. यह पहला मामला नहीं है. लगातार जनप्रतिनिधियों और विधायकों के साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष से इसकी शिकायत की गई है. यह पार्टी का मामला नहीं है. यह जनप्रतिनिधियों की बात है. हमारे साथी के साथ धक्का मुक्की की गई जिसकी निंदा करते हैं. उस अधिकारी पर कार्रवाई की मांग हमने की है. यहां पत्रकार और जनप्रतिनिधियों के साथ मारपीट होती है, इसकी जितनी निंदा हो कम है.


नरेंद्र मोदी के नाम पर मोटेरा स्टेडियम का नामकरण होने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि सरदार पटेल भी गुजरात के ही थे. मैं इसपर कोई टीका-टिपणीनहीं करना चाहते हैं. क्योंकि मैं गरीबी और भुखमरी पर बात करना चाहता हूं. राज्य में बहस हिंदू-मुस्लिम पर हो रहा है. जबकि किसानों और बेरोजगारी की बात करने की जरूरत है.