तेजस्वी के बाद जगदा बाबू ने भी तेजप्रताप को दिया जवाब, जेल में बंद लालू लोगों के दिल में बसते हैं

तेजस्वी के बाद जगदा बाबू ने भी तेजप्रताप को दिया जवाब, जेल में बंद लालू लोगों के दिल में बसते हैं

PATNA : अपने पिता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बंधक बताते हुए 2 दिन पहले तेज प्रताप यादव ने जो बयान दिया था. उससे भले ही सनसनी फैल गई हो लेकिन तेज प्रताप का यह आरोप अब हवा हो गया है. पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप के बयान को पंचर किया. उसके बाद रविवार को यह खबर सामने आ गई कि लालू यादव इसी महीने बिहार आने वाले हैं. इतना ही नहीं लालू विधानसभा उपचुनाव के दौरान तारापुर और कुशेश्वरस्थान भी जाएंगे. अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी तेज प्रताप के बयान पर पलटवार किया है.


लालू यादव को बंधक बनाए जाने के तेज प्रताप के दावों पर जगदा बाबू ने कहा है कि लालू यादव क्या चीज है, यह कुछ लोगों को नहीं मालूम. जगदा बाबू ने कहा कि लालू यादव जब जेल में बंद रहते हैं तो भी लोगों के दिलों में बसते हैं. लालू यादव एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचारधारा हैं. ऐसे में उन को बंधक बनाए जाने की बात जो लोग कर रहे हैं, वह निराधार है.


इसके अलावा बिहार में दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने स्पष्ट किया कि दोनों विधानसभा सीटों पर आरजेडी के उम्मीदवार नामांकन करेंगे. जगदा बाबू ने कहा है कि महागठबंधन को तभी मजबूत बना सकते हैं, जब आरजेडी मजबूत रहे. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि हमारा मकसद विरोधियों को फिटकरी देना है. हम इसके लिए सभी का सहयोग मांग रहे हैं. 


यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस से नाराज है जगदानंद सिंह ने कहा कि हम सभी का सम्मान करते हैं. हमारे मन में ऐसी कोई बात नहीं. जगदा बाबू ने कहा कि मैं शुरू से कह रहा हूं कि महागठबंधन हर सीटों पर लड़ेगा. आरजेडी मजबूत रहेगा तब अपने महागठबंधन के साथियों को सहयोग करेगा. यह किसने कह दिया हर सीट पर महागठबंधन लड़ेगी. आरजेडी हर सीट पर महागठबंधन के सभी लोगों को जीताने का काम करेंगी.


जगदा बाबू ने कहा कि मदन मोहन झा से तीन बार बात हुई है. हमलोग महागठबंधन के साथी है. सबका सहयोग मानते है सबकों सहयोग देते है. हमारे द्वारा तो कोई अल्टीमेटम नहीं दिया गया है. हमारे द्वारा तो सबका सम्मान किया गया है, जो चीज सामने है ही नहीं उस पर चर्चा मैं क्यों करूं. संभावना के आधार पर मैं बातें नहीं करता.