PATNA : तेजस्वी ने नीतीश सरकार को निशाने पर लिया है। विधानमंडल के विशेष सत्र के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय को तो केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा तो दिला नहीं सकें बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्या दिलवाएंगे।
तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें CAA,NRC और एनपीआर उन्हें अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए। सीएम ने आज कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। उन्होनें कहा कि सीएम की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। जब देश जल रहा होता होता है तो नीतीश कुमार चुप्पी साधे रहते हैं । सीएम नीतीश कहा करते थे आरएसएस बहुत खरतनाक है । जो सीएम हमको समझाते थे वे आज खुद संघ के रंग में रंग गए हैं। तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश की उम्र भी हो गयी।उन्हें देख कर लग रहा था कि वे थक चुके हैं।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार सीएए का समर्थन कर धर्म संकट में फंस गए है। इस लिए कभी इधर तो कभी उधर की बाते बोल रहे है।जदयू दोनों सदनों में बिल का समर्थन कर चुकी है उस के बाद उनके पार्टी के कुछ नेता विरोध कर रहे है।
वहीं इसके पहले 126वें संविधान संशोधन पर राजकीय संकल्प के दौरान विधानसभा में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर चुटकी ली। तेजस्वी ने नीतीश की अंतरात्मा को एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर जगाने की कोशिश भी की। तेजस्वी यादव ने इसके लिए सीएए के मुद्दे पर जेडीयू के अंदर बंटी हुई राय को आधार बनाया।
दरअसल सीएएए के मुद्दे पर जेडीयू में अंदरूनी टकराव पर तेजस्वी यादव ने यह कहते हुए चुटकी ली कि नीतीश कुमार पवन वर्मा की बात मानेंगे या ललन सिंह की। नीतीश कुमार से कहा कि सीएए के मुद्दे पर आपने जो भी किया हो लेकिन बिहार में विधानसभा की विशेष बैठक बुलाकर एक प्रस्ताव पारित करें। तेजस्वी ने बिहार में हर हाल में सीएए और एनआरसी लागू नहीं होने देने की अपील भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की।
आपको बता दें कि सीएए को जेडीयू की तरफ से समर्थन दिए जाने पर जेडीयू नेता प्रशांत किशोर और पवन वर्मा ने नाराजगी जाहिर की थी लेकिन लोकसभा में सांसद ललन सिंह ने पार्टी लाइन के मुताबिक इसका समर्थन किया था। तेजस्वी ने इसी पर चुटकी ली।