PATNA : गोपालगंज नरसंहार को लेकर बिहार में हाई वोल्टेज पॉलीटिकल ड्रामा चल रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर आरजेडी नेताओं से लेकर पुलिस प्रशासन का जमावड़ा और मीडिया की मौजूदगी यह बताने को काफी है कि लॉकडाउन के गाइडलाइन की फिक्र किसी को नहीं है. इस वक्त की जो बड़ी खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ-साथ आरजेडी के अन्य बड़े नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया जा सकता है. इन नेताओं पर लॉकडाउन तोड़ने का आरोप लगाते हुए प्रशासन मुकदमा दर्ज कर सकता है.
दरअसल पिछले 5 घंटे से राबड़ी देवी के आवास के बाहर जो हंगामा चल रहा है. उस दौरान आरजेडी के नेता कार्यकर्ता और पुलिस प्रशासन के लोग आपस में नोकझोंक करते नजर आए हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और आरजेडी के अन्य नेता बिना मास्क लगाए नजर आए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी होते नहीं नजर आया ऐसे में संभव है कि प्रशासन इन नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करें. अगर ऐसा होता है तो तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के अलावे अन्य नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
हालांकि लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को लेकर तेजस्वी यादव लगातार या बयान दे रहे हैं कि सरकार खुद नियमों की अनदेखी कर रही है. पुलिस प्रशासन को जिस तरीके से उनके घर के बाहर खड़ा कर दिया गया. उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं नजर आता. पुलिस वाले हाथ में हाथ बांधे उनका रास्ता रोक रहे हैं और यह सब कुछ सरकार के इशारे पर हो रहा है कि सोशल डिस्टेंस का नियम केवल विपक्ष के लिए नहीं हो सकता संभव है कि आज देर शाम तक तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं के खिलाफ लॉक तोड़ने के मामले में मामला दर्ज कर लिया जाए.