तेजप्रताप का तंज- अजीब प्रकार का महाज्ञानी स्वास्थ्य मंत्री पाया है हमारा बिहार, कल को एबुलेंस के बदले जुगाड़ गाड़ी का ज्ञान बांचेंगे

तेजप्रताप का तंज- अजीब प्रकार का महाज्ञानी स्वास्थ्य मंत्री पाया है हमारा बिहार, कल को एबुलेंस के बदले जुगाड़ गाड़ी का ज्ञान बांचेंगे

PATNA : लालू के लाल तेजप्रताप यादव ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के गमछा ज्ञान पर तंज कसा है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के बयान कि कोरोना को काबू में करने के लिए गमछा और घरेलू मास्क का इस्तेमाल करिए की खिल्ली उड़ाते हुए तेजप्रताप ने एंबुलेंस पर अपना ज्ञान मत बांचने लगिएगा मंत्री जी। 


तेजप्रताप यादव के ट्वीट करते हुए लिखा है कि अजीब प्रकार का महाज्ञानी स्वास्थ्य मंत्री पाया है हमारा बिहार..! लगे हाथ गमछे का रंग भी क्लियर कर देते ।अपनी कामचोरी, कुव्यवस्था व बदहाली को छुपाने के लिए घरेलू मास्क का दुहाई देने लगे? ऐसा न हो कल होकर एम्बुलेंस के बदले जुगाड़ गाड़ी को उपयोग में लाने जैसा ज्ञान बांचने लगिएगा।


तेजप्रताप यादव ने जहां मंत्री जी के गमछा ज्ञान पर उनकी खिल्ली उड़ायी है वहीं एंबुलेंस प्रकरण में उन्हें आड़े हाथों लेते हुए बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत भी बताने की कोशिश की है। तेजप्रताप यादव ने जहां लिखा है कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की कमी छुपाने के लिए आप गमछा को मास्क बनाने का ज्ञान दे रहे हैं।दरअसल बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्यवासियों से अपील की है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए गमछा और घरेलू मास्क का उपयोग जरूर करें, तो वहीं पीएम मोदी ने भी लोगों को मास्क की बजाय गमछा उपयोग करने की सलाह दी थी।वहीं जहानाबाद में एंबुलेंस नहीं मिलने से मासूम की मौत के मामले में लपेटते हुए कह दिया कि कही कल को आप एंबुलेंस के बजाए जुगाड़ गाड़ी का ज्ञान मत बांचने लगिएगा। 


बता दें कि बिहार के जहानाबाद जिले में समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने के कारण शुक्रवार को सदर अस्पताल में एक मासूम सरकारी अस्पताल की व्यवस्था की भेंट चढ़ गया। बताया जाता है कि मासूम को घर से अस्पताल पहुंचने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली और फिर बाद में सदर अस्पताल से पटना जाने के लिए भी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो सका।बुखार और सांस लेने में तकलीफ के कारण बच्चे ने बेहतर इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बिहार के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया था। डीएम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए जहां हॉस्पिटल के हेल्थ मैनेजर को सस्पेंड कर दिया वहीं दो डॉक्टर और चार नर्सों पर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की। साथ ही एंबुलेंस कंपनी पर भी कार्रवाई की है।