DELHI : तीन मई को लॉकडाउन का मियाद पूरी होने वाली है। लेकिन जिस तरह से देश के अंदर कोरोना संक्रमण बढ़ता चला जा रहा है वैसे-वैसे लॉकडाउन पर सस्पेंस बढ़ते चला जा रहा है। क्या तीन मई के बाद लॉकडाउन जारी रहेगा या फिर खत्म होगा या फिर तय शर्तों के साथ लगेगा तमाम तरह का मंथन केन्द्र सरकार कर रही है। सूत्रों के अनुसार विभिन्न एजेंसियों का मानना है कि जब तक संक्रमितों की संख्या में कमी आना शुरू नहीं होगी, उसके पहले लॉकडाउन खत्म करने से ज्यादा खतरे हैं। कल यानि 27 अप्रैल को पीएम मोदी की राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में स्थिति कुछ स्पष्ट हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार विभिन्न एजेंसियों का मानना है कि जब तक संक्रमितों की संख्या में कमी आना शुरू नहीं होगी, उसके पहले लॉकडाउन खत्म करने से ज्यादा खतरे हैं। ऐसे में राज्य और केंद्र इसे कुछ और अवधि के लिए बढ़ा सकते हैं। 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाले वीडियो कॉफ्रेंसिंग में राज्य आर्थिक मदद, प्रवासी मजदूरों की समस्या और कुछ स्थानों पर छूट खासकर कोरोना मुक्त जिलों में गतिविधियां शुरू करने कि मुद्दे उठा सकते हैं। अधिकांश राज्य अभी इसे पूरी तरह समाप्त करने के पक्ष में नहीं है।
केंद्र के तहत काम कर रहे 11 विशेष समूह में भी स्थितियों की लगातार समीक्षा हो रही है। सूत्रों के अनुसार तीन मई के बाद विभिन्न राज्यों में अलग-अलग छूट का दायरा बढ़ाया जाएगा और कोरोना मुक्त क्षेत्रों में गतिविधियों को सीमाओं के भीतर सामान्य करने की कोशिश की जाएगी। कुछ क्षेत्रों को लॉकडाउन से मुक्त भी किया जा सकता है, लेकिन एक राज्य से दूसरे राज्य में मुक्त आवाजाही की संभावना नहीं है।
इस बीच शनिवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने विभिन्न राज्यों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े प्रमुख अधिकारियों के साथ मौजूदा हालात की समीक्षा की है।केंद्र सरकार में विभिन्न स्तरों पर हो रही लगातार समीक्षा में लॉकडाउन को और आगे बढ़ाने के बारे में विचार हो रहा है। अब तक किसी राज्य सरकार ने भी लॉकडाउन समाप्त करने की बात नहीं कही है। बल्कि कुछ राज्यों ने तो तीन मई के बाद भी कुछ समय के लिए प्रतिबंध जारी रखने के निर्देश दिए हैं।