Bihar News: तालाब में डूबने से तीन साल के मासूम की मौत, खेलने के दौरान हुआ हादसा Bihar Bhoomi: बिहार में पंचायत स्तर पर शुरू हुआ राजस्व महा–अभियान शिविर, जमीन से जुड़ी इन चार सेवाओं का उठाएं लाभ Bihar Bhoomi: बिहार में पंचायत स्तर पर शुरू हुआ राजस्व महा–अभियान शिविर, जमीन से जुड़ी इन चार सेवाओं का उठाएं लाभ कटिहार में डकैती की साजिश नाकाम, हथियार के साथ 6 अपराधी गिरफ्तार Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां तेज, पटना DM ने 16 कोषांगों का किया गठन Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां तेज, पटना DM ने 16 कोषांगों का किया गठन Bihar School News: बिहार में सरकारी स्कूल के हेडमास्टर की हैवानियत, चौथी क्लास के छात्र को जानवरों की तरह पीटा; थाने पहुंचा मामला छात्रा पर नाबालिग प्रेमी ने मुर्गा काटने वाले चाकू से किया हमला, भीड़ के हत्थे चढ़ गया आरोपी Bihar Politics: पूर्व पीएम राजीव गांधी की जयंती पर मुकेश सहनी ने दी श्रद्धांजलि, सरकार से की यह मांग Bihar Politics: पूर्व पीएम राजीव गांधी की जयंती पर मुकेश सहनी ने दी श्रद्धांजलि, सरकार से की यह मांग
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 19 Jun 2024 05:58:43 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : आईएएस केके पाठक को शिक्षा विभाग से हटाकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की जिम्मेदारी दी गयी है। वही एस सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। लेकिन अपने तबादले से केके पाठक नीतीश सरकार से नाराज चल रहे हैं। अब नये विभाग में वह योगदान करेंगे या नहीं, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि केके पाठक ने नए विभाग में लगे अपने नेम प्लेट को हटवा दिया है।
दरअसल, केके पाठक 3 से 30 जून तक छुट्टी पर हैं। छुट्टी के दौरान ही उनका तबादला शिक्षा विभाग से राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में अपर मुख्य सचिव के पद पर किया गया है। तभी शिक्षा विभाग से केके पाठक का नेम प्लेट लगा बोर्ड हटा दिया गया और भूमि सुधार विभाग में उनके नाम का बोर्ड लगा दिया गया। लेकिन अब यह बात सामने आ रही है कि उन्होंने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्यालय में लगाए गये अपने नेमप्लेट को हटवा दिया है। चर्चा यह भी है कि छुट्टी से लौटने के बाद वह राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव पद पर ज्वाइन नहीं करेंगे। शिक्षा विभाग से तबादले के बाद से केके पाठक नाराज चल रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार केके पाठक ने खुद फोन करके भूमि सुधार विभाग से अपना नेमप्लेट हटवाया है। इस बात की चर्चा शिक्षा और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में भी खूब हो रही है। केके पाठक का अगला कदम क्या होगा, इस बात की भी चर्चा हो रही है। अब सबकी निगाह केके पाठक पर है। लोगों के बीच यह चर्चा हो रही है कि क्या केके पाठक छुट्टी से लौटने के बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में योगदान देंगे या नहीं? यदि वह इस विभाग में अपना योगदान नहीं देते हैं तो इसे सरकार अनुशासनहीनता मानेगी। जिससे केके पाठक की मुश्किलें बढ सकती है। नेम प्लेट हटाए जाने को लेकर अभी तक न तो केके पाठक की ओर से कोई प्रतिक्रिया आई है और न ही विभाग की ओर से ही कुछ कहा गया है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के साथ-साथ शिक्षा विभाग में आज दिन भर इसी बात की चर्चा होती रही।