PATNA: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि तेजस्वी यादव अपनी जन विश्वास यात्रा में नौकरी देने की शेखी बघारने के बजाए बतायें कि महागठबंधन सरकार कैबिनेट की पहली बैठक में दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा 17 महीनों में भी पूरा क्यों नहीं हुआ?
सुशील मोदी ने कहा कि अनेक घोटालों के दागी राजद का विधान परिषद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाना चांद-सूरज पर थूकने की मूर्खता-जैसा है। नरेंद्र मोदी 22 साल से और नीतीश कुमार 17 से सत्ता में हैं, लेकिन इन दोनों पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है। स्वच्छ छवि के ये दोनों नेता जब भी साथ रहे, चुनाव में एनडीए ने क्लीन स्वीप किया। ऐसे में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्रा का कोई असर नहीं होगा।
तेजस्वी यादव की जनविश्वास यात्रा को थेथरोलाजी यात्रा बताते हुए सुशील मोदी ने कहा कि वे यह भी बताएं कि उनके माता-पिता के 15 साल के राज में नौकरी, रोजगार, कानून-व्यवस्था का क्या हाल था? लाखों लोगों को पलायन के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा? उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में राजद के शिक्षा मंत्री विभागीय सचिव से लड़ते रहे, चार महीने कार्यालय नहीं गए और रामचरित मानस पर टिप्पणी कर द्वेष फैलाते रहे।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बताएं कि 1.22 लाख शिक्षकों को नौकरी देने में उनके दल और शिक्षा मंत्री का क्या रोल था? राज्य सरकार की नियुक्तियां मुख्यमंत्री के नीतिगत निर्णय से होती हैं। तेजस्वी यादव स्वास्थ्य सहित पांच विभागों के मंत्री रहे। इनमें सबसे बड़े स्वास्थ्य विभाग में कितनी रिक्तियां भरी गईं ? वे बताएं कि पांच विभागों में 17 महीनों के दौरान कितने लोगों को नौकरी दी गई?