Bihar News: बिहार में अर्घ्य देने के दौरान दो पक्षों में जमकर मारपीट, कई लोग घायल; जानें क्या है मामला? Bihar Crime News: बिहार में बाइक सवार बदमाशों ने किसान की गोली मारकर हत्या, एक अपराधी गिरफ्तार Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में गोलीबारी के बाद मचा हड़कंप, मुखिया समेत 2 गिरफ्तार Bihar News: बिहार में छठ घाट बनाने के दौरान युवक की डूबने से मौत, परिवार में मचा कोहराम Chhath Puja Tragedy : छठ घाट पर दर्दनाक हादसा: एक ही परिवार के तीन मासूम डूबे, सुरक्षा इंतजाम की खुली पोल Barh Heart Attack : छठ पूजा के दौरान अर्घ्य अर्पित करते समय श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत, गंगा घाट पर मची अफरा-तफरी Bihar Election 2025 : तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: “हमारा चेहरा तय, एनडीए बताए उनका विजन क्या है” – महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी ! IB Vacancy 2025 : इंटेलिजेंस ब्यूरो में टेक्निकल पदों पर निकली 258 वैकेंसी, GATE स्कोर से होगा चयन IRCTC घोटाला मामला: चुनाव प्रचार के बीच लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ीं, राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने दी कड़ी दलील, कहा- 'चुनाव प्रचार और केस दोनों संभालना मुश्किल' छठ पूजा पर चिराग पासवान ने सूर्य को अर्घ्य देकर मांगी बिहार की खुशहाली, कहा– छठी मैया ने बिना मांगे ही बहुत कुछ दिया
1st Bihar Published by: SANT SAROJ Updated Wed, 19 May 2021 02:27:36 PM IST
- फ़ोटो
SUPAUL: एक ओर जहां बिहार में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का दावा सरकार कर रही है वही मरीज की इलाज को लेकर परिजन जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं। हम बात सुपौल जिले की कर रहे हैं जहां अस्पताल आए मरीज का इलाज अस्पताल की बेड पर नहीं बल्कि ऑटो में ही किया गया। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति दर्द से कराहता रहा। डायलोना इंजेक्शन देने के बाद बिना एम्बुलेंस की व्यवस्था किए ही डॉक्टरों ने उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया और यह कहा गया कि प्राइवेट एम्बुलेंस कर लिजिए।
बताया जाता है कि त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के खट्टर चौक पर ऑटो और बाइक की भीषण टक्कर हो गयी थी। जिसमें तीन लोग घायल हो गये। एक व्यक्ति की हालात काफी गंभीर हो गयी। डपरखा पंचायत के वार्ड 10 निवासी 45 वर्षीय जितेंद्र सरकार को ऑटो में लेकर उनका बेटा त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचा। जहां गंभीर रूप से घायल उसके पिता करीब एक घंटे तक दर्द से कराहते रहे।
परिजनों की अपील पर उसे देखने के लिए डॉक्टर और नर्स अपने-अपने चेम्बर से बाहर निकले और ऑटो पर ही मरीज का ट्रीटमेंट करना शुरू कर दिये। दर्द रोकने के लिए मरीज को डायलोना का इंजेक्शन देते हुए उसे रेफर कर दिया। परिजनों ने जब एम्बुलेंस की मांग की तब डॉक्टर ने कहा कि आप प्राइवेट एम्बुलेंस कर लिजिए।
ऑटो में जिस डॉक्टर ने इलाज किया उनका नाम डॉ. उमेश कुमार मंडल हैं। इस मामले पर उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस किसी दूसरे पेसेंट को लेकर गयी है लौटने में देरी होगी। उस वक्त मरीज की स्थिति गंभीर थी इसलिए ऑटो पर ही इलाज किया गया और इलाज के बाद रेफर कर दिया गया।