सुधाकर मामले पर बोले कुशवाहा..कुछ लोगों का आत्मविश्वास बाघ से भिड़ने की होती है..तो कुछ लोग बिल्ली देखकर घबरा जाते हैं

सुधाकर मामले पर बोले कुशवाहा..कुछ लोगों का आत्मविश्वास बाघ से भिड़ने की होती है..तो कुछ लोग बिल्ली देखकर घबरा जाते हैं

KAIMUR: कैमूर जिले के मोहनियां स्थित डाकबंगला परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है। सुधाकर सिंह द्वारा अफसरशाही हावी होने और मंत्रियों की स्थिति चपरासी जैसे होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये लोगों के अंदर के आत्मविश्वास की बात है। कुछ लोग बाघ को देखकर भी भीड़ जाते हैं तो कुछ लोग बिल्ली को देख घबरा कर भाग जाते हैं। किसी के अंदर का विश्वास टैबलेट खिलाने से वापस नहीं आएगा। इसलिए इसे हम तबज्जों नहीं देते।


जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मोहनिया में पत्रकारों से वार्ता के दौरान सुधाकर सिंह के मामले पर कहा यह मानव के आंतरिक बनावट की स्थिति के ऊपर निर्भर करता है। हनुमान के बारे में सभी लोग जानते हैं कि वह ताकतवर थे लेकिन उनको भी एहसास कराना पड़ा था कि आप ताकतवर हैं। तब वह उस जगह पर पहुंचे। आपके आत्मविश्वास से यह साबित होता है कि हम कितने मजबूत हैं और किसी समस्या को कैसे दूर कर सकते हैं और उसे जूझ सकते हैं। 


कुशवाहा आगे कहते हैं कि कुछ लोग मन के कमजोर होते हैं तो समस्या देखकर कहते हैं कि अरे बाप रे बाप कितनी बड़ी समस्या है। यह अंदर की समस्या है कि कुछ लोग बाघ को देखकर भी भीड़ जाता है तो कोई बिल्ली को देखकर घबरा जाते हैं। कहने लगते है कि बहुत बड़ी समस्या है और भाग जाते है। हर आदमी का अपना अपना विश्वास है, यह कोई दवाई देने की चीज नहीं है कि दवाई देकर किसी के विश्वास को बढ़ा दिया जाए। क्या कीजिएगा यह व्यक्तिगत मामला है ।