सुदेश महतो ने हेमंत सोरेन से राज्य में जातिगत जनगणना कराने की कर दी मांग, सरना धर्म कोड को लेकर भी आंदोलन का एलान

सुदेश महतो ने हेमंत सोरेन से राज्य में जातिगत जनगणना कराने की कर दी मांग, सरना धर्म कोड को लेकर भी आंदोलन का एलान

RANCHI: आजसू प्रमुख सुदेश महतो रविवार को मोरहाबादी से हरमू मैदान तक सामाजिक न्याय मार्च में शामिल हुए। मार्च के बाद सुदेश महतो ने बापू वाटिका में अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अगले साल होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले सुदेश महतो ने अपनी सात सूत्री मांग राज्य सरकार और केंद्र सरकार के सामने रखी।


सभा को संबोधित करते हुए सुदेश ने जातिगत जनगणना कराने की मांग राज्य सरकार से की। उन्होने कहा कि अगर जातिगत जनगणना हो जाएगी तब ही सही तरीके से आरक्षण का लाभ नीचे तबके के लोगों को मिल पायेगा। उन्होने कहा कि जातिगत जनगणना नहीं होने से सबसे ज्यादा नुकसान ओबीसी के लोगों का हो रहा है। हम लोगों ने कहा था कि स्थानीय नीति का मूल आधार खातियान होना चाहिए। उन्हाने आगे कहा कि सरना धर्म कोड लागू होना चाहिए, सरना धर्म कोड़ को लेकर जिस स्तर पर जैसी लड़ाई लड़नी होगी हम लड़ेंगे और अपनी बात वहां तक पहुंचाएंगे।


सुदेश महतो ने अपनी सभा में नियोजन नीति, करप्शन और नगर निकाय चुनाव टालने को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि सरकार अब अपने आखरी पारी खेल रही है लेकिन अबतक कोई भी वादा को पूरा नहीं किया। नियोजन नीति को लेकर सरकार की कोई नीति नहीं है, सरकार ने युवाओं के वर्तमान और भविष्य दोनों से खिलवाड़ किया है। सूबे में करप्शन को लेकर भी सुदेश ने सरकार को घेरते हुए कहा कि यहां हर जगह रेट तय है जो जितना ज्यादा दान देगा उसको पोस्टिंग उतने मलाईगार जगह पर होती है, 


जिसकी जितनी बोली उसको वैसी पोस्टिंग मिलती है, सरकार के चालीस महीने के कार्यकाल में एक भी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। राज्य में नगर निकाय चुनाव को टाले जाने को लेकर भी सुदेश ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार ने अभी तक ट्रिपल टेस्ट को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है और जबतक वो होगा नहीं तब तक चुनाव नहीं हो सकता। उन्होने कहा कि इतनी गर्मी में हमारी ही एक मात्र पार्टी है जो चुनाव की तैयारी में जुट गई है और जनता को जगाने का काम जमीनी स्तर पर कर रही है।