PATNA : सृजन घोटाला मामले के मुख्य आरोपियों की फ्रेंड लिस्ट में शामिल भागलपुर की तत्कालीन एडीएम जैसी ठाकुर समेत पांच अभियुक्तों की संपत्ति अंतिम रूप से जप्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन पांच में जयश्री के पति बेटा और बेटी का नाम भी शामिल है। ईडी ने इनकी संपत्ति जप्त करने के लिए पटना स्थित विशेष न्यायालय में मुकदमा दायर किया है जिस पर कोर्ट ने संज्ञान भी ले लिया है। साथ ही साथ सभी आरोपियों के खिलाफ समन जारी करने का आदेश दिया है। इसके बाद अब उनकी पेशी कोर्ट के समक्ष होगी। हालांकि इनमें से अभी कुछ आरोपी जेल में बंद है। हिंदी ने इन सभी आरोपियों से अब तक 10 करोड़ 78 लाख की अवैध संपत्ति प्रारंभिक तौर पर जब्त कर चुकी है।
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने विशेष न्यायालय से सृजन घोटाले की आरोपी और भागलपुर की तत्कालीन एडीएम जयश्री ठाकुर द्वारा आय से अधिक अर्जित संपत्ति को अटैच करने की अनुमति मांगी है। इनमें उनके पति राजेश कुमार चौधरी, पुत्र ऋषिकेश चौधरी और पुत्री राजश्री चौधरी और कौशल किशोर सिन्हा की संपत्ति भी शामिल हैं। यह संपत्ति लगभग 14 करोड़ रुपये आंकी गयी है। इसको लेकर ईडी ने पटना विशेष न्यायालय में 25 जुलाई को अर्जी दी है।
मालूम हो कि, इससे पहले ईडी की जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी जयश्री ठाकुर सरकार के अधीन विभिन्न पदों पर कार्यरत थीं और अपने पद का दुरुपयोग कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित की।ईडी के अनुसार 12 जनवरी 1987 से 30 जून 2013 की अवधि में 13.98 करोड़ रुपये उनके नाम पर, उनके पति राजेश कुमार चौधरी, बेटे ऋषिकेश चौधरी और बेटी राजश्री चौधरी के नाम पर है। उन्होंने यह संपत्ति भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 और भारतीय दंड संहिता, 1860 की विभिन्न धाराओं का उल्लंघन करते हुए एक लोक सेवक के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करके व भ्रष्ट और अवैध तरीकों से अर्जित की है।
वहीं, ईडी द्वारा 6.84 करोड़ संपत्तियों की कुर्की के लिए प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किया गया था। इसके बाद की नयी संपत्तियों की पहचान हुई। इसमें 10.78 करोड़ की 21 अचल संपत्ति थी। साथ ही विभिन्न बैंकों के 41 बैंक खातों में 5.05 करोड़ रुपये और मुख्य आरोपी और उसके परिवार के सदस्यों के नाम पर 20 लाख रुपये की 12 बीमा पॉलिसियां थीं।
बता दें कि, हाल में ही पटना हाईकोर्ट ने सृजन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोपित प्रणव कुमार घोष को बड़ा झटका दिया और जमानत याचिका को खारिज कर दिया। प्रणव घोष सृजन समिति में सचिव थे जिसे 2021 में गिरफ्तार किया गया था.।अदालत के पास उचित आधार नहीं थे जिससे प्रणव घोष अपराधी नहीं माना जाए या जमानत के बाद ऐसे किसी कुकृत्य में वो शामिल ना रहे। इसके बाद अब ईडी ने जयश्री समेत कई अन्य आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए हैं।