VAISHALI : एशिया के प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में थिएटर चलाने की अनुमति नहीं मिलने के कारण सोनपुर वासियों ने थिएटर संचालक के साथ मिलकर पूरे सोनपुर मेला को बंद करवा दिया है। जिससे सोनपुर मेला पर संकट के बादल छाने लगे हैं। स्थानीय लोगों और व्यवसाइयों ने बैठक कर प्रशासन को इसपर तुरंत एक्शन लेने के लिए कहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, सोनपुर में थिएटर चलाने की अनुमति नहीं मिलने लोगों में काफी नाराजगी है। इस वजह से सोनपुर मेला में सरकारी प्रदर्शनी स्टॉल को छोड़कर सभी स्टॉल को बंद करवा दिया गया है। सोनपुर मेला के अधिकांश बाजार और दुकान बन पड़े हैं। वहीं, मेला बंद होने से घूमने आए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मेला घूमने आए लोग अपने बच्चों के साथ इधर-उधर भटकते हुए नजर आ रहे हैं।
वहीं, सोनपुर वासियों और थिएटर संचालकों का कहना है कि थिएटर चलाने की अनुमति नहीं मिलने से इस मेले की मुख्य रौनक ही गायब हो जाएगी। यहां आने वाले लोग मुख्य रूप से थियेटर देखने ही आते हैं। इसलिए लोगों ने अपने विरोध स्वरूप पूरे मेला क्षेत्र को बंद करा दिया है। मेले में दूर दूर से आए लोगों को मेले के बंद रहने से मायूसी हाथ लगी है।
आपको बताते चलें कि, किसी जमाने में हाथी-घोड़े खरीदने मुगल बादशाह से लेकर वीर कुंवर सिंह तक सोनपुर मेला पहुंचते थे। मेले में आए राजा महाराजाओं के मनोरंजन के लिए यहां नाच-गाने व ड्रामा का प्रोग्राम होता था, जो बाद में चलकर थिएटर के रूप में तब्दील हो गया। सोनपुर मेले के इतिहास में गुलाब बाई के नाम से एक थिएटर लगाया जाता था। गुलाब बाई को नौटंकी क्वीन की उपाधि मिली थी। उन्हें उनके मंच पर बेहतरीन अभिनय के लिए 1990 में पद्मा श्री से सम्मानित किया गया था।