DESK : महाराष्ट्र के सोलापुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस और INDI गठबंधन वाले बहुत बौखला गए हैं। इसलिए वे लगातार झूठ फैला रहे हैं कि हम संविधान बदल देंगे और आक्षरण खत्म कर देंगे। जबकि मैं पहले ही कह चुका हूं कि अगर खुद बाबा साहब चाहे तब भी संविधान और आरक्षण को खत्म नहीं कर सकते। ऐसे में मोदी का तो सवाल ही नहीं उठता।
पीएम मोदी ने सोलापुर की जनता से कहा कि मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं कि आप मोदी को मजबूत करो। कांग्रेस के 60 वर्षों के राज में SC/ST/OBC परिवारों का हाल सबसे खराब रहा है। वे मुसीबत में रहे, तकलीफ में रहे। मोदी ने उन्हें अपनी प्राथमिकता बताई और कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं बनाई हैं, वह सबके लिए हैं। हमारी सरकार घर-घर, गांव-गांव पहुंची है। कांग्रेस ने 100 से ज्यादा जिलों को पिछड़ा घोषित कर उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया था।
पीएम मोदी ने कहा कि खादी हमारे स्वतंत्रता आंदोलन की निशानी है। मैं कहता हूं, 'Khadi for nation, and now, khadi for fashion'। मोदी ने खादी को फिर से जीवंत कर दिया। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 बनाकर कांग्रेस ने देश के संविधान का अपमान किया था। NDA सरकार ने 370 हटाकर सामाजिक न्याय का अधिकार जम्मू-कश्मीर के लोगों को दिया है।
यह हमारा सामाजिक न्याय का ट्रैक रिकॉर्ड है कि सीमावर्ती गांवों को आखिरी गांव कहा जाता था। मैंने उन्हें पहला गांव कहा। गांवों के लिए हमने Vibrant Village प्रोग्राम शुरू किया। उन्होंने कहा कि अगर मोदी की नजर कांग्रेस की तरह सिर्फ वोटबैंक पर होती, तो हम 24,000 करोड़ की पीएम जनमन योजना बनाकर सबसे पिछड़ी जनजाति के लिए योजना नहीं बनाते। उनके लिए काम नहीं करते। मैं अपने देश के आखिरी व्यक्ति को मजबूत बनाना चाहता हूं। मैं पहले ही कह चुका हूं कि आज अगर बाबासाहेब आंबेडकर भी चाहें, तो वह भी संविधान नहीं बदल सकते। मोदी भी नहीं बदल सकता।
आप पांच साल का रिकॉर्ड देख लीजिए। वर्ष 2019 से 2024... मोदी के पास उतने वोट्स हैं, जितने चाहिए। पर यह रास्ता हमें मंजूर नहीं। आरक्षण को जितनी ताकत मैं दे सकता हूं, मैं देने के लिए कमिटेड हूं। मुझे इसलिए ताकत चाहिए कि मैं आपके खिलाफ जो षडयंत्र है, वह होने न दूं। कांग्रेस ने यह कर्नाटक में किया है। हमने उन्हें Aspirational Districts बनाया। इन जिलों में नई योजनाएं शुरू की गईं हैं। बहुत कम समय में 25 करोड़ गरीब लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। और ज्यादातर लोग इन्हीं जिलों से हैं।