DESK: स्मार्टफोन के हमारे जिन्दगी में आने से बहुत कुछ आसान हो गया है। यह बात सही है क्योंकि अब सब कुछ स्मार्टफोन पर उपलब्ध है। यह हमारी जिन्दगी का अब अहम हिस्सा बन चुका है। बिना स्मार्टफोन के लोग असहज महसूस करते हैं। अब इसका दुरुपयोग भी लोग करने लगे हैं। फिल्म से लेकर टीवी सिरियल तक लोग टीवी की जगह मोबाइल पर ही देखना ज्यादा पसंद करते हैं।
स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल करने की वजह से हैदराबाद में एक 30 साल की महिला मंजू की आंखों की रोशनी चली गयी। डेढ साल से वह इस परेशानी से जुझ रही थी। उसे देखाई देना बंद हो गया था। जिसकी वजह से उसकी नौकरी तक छूट गयी थी।
मंजू कई घंटों तक स्मार्टफोन में लगी रहती थी। कमरे की लाइट को बंद करके वो मोबाइल देखा करती थी। जिसके वजह से उसे स्मार्ट फोन विजन सिंड्रोम की समस्या आ गयी। लंबे समय से कंप्यूटर, टैबलेट और स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से यह समस्या होती है। इसे लेकर अलर्ट होना बेहद जरूरी है।
इस समस्या के आने के बाद मंजू डॉक्टर से मिली तब उन्होंने किसी तरह की दवा नहीं दी। डॉक्टर ने स्मार्टफोन का इस्तेमाल कम करने की सलाह दी। स्मार्टफोन से दूर रहने के बाद करीब डेढ़ महीने बाद मंजू ठीक हो गईं। रात में अंधेरा छाने वाली समस्या भी अब खत्म हो गई। मंजू को डॉक्टर ने यह सलाह दिया कि स्क्रीन और डिजिटल डिवाइस लंबे वक्त तक न देखें। हर 20 मिनट पर 20 सेकेंड्स का ब्रेक लें। स्क्रीन पर काम करते वक्त 20 फीट की दूरी पर देखें। अगर लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं तो बीच-बीच में उठकर टहलें। ऐसा करने से आंखों की समस्या नहीं आएगी।
डॉक्टर की सलाह के बाद मंजू ने कुछ दिनों के लिए स्मार्टफोन से दूरी बना ली जिसके बाद उसे फिर से दिखाई देने लगा। आंखों से जुड़ी परेशानी दूर हो गयी। लोगों को भी इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि यदि आंखों को बचाना है तो स्मार्टफोन पर ज्यादा वक्त ना बिताये। स्मार्टफोन का इस्तेमाल जरूरी कामों के लिए ही करें। समय बिताने के उद्धेश्य से इसका उपयोग कतई ना करें।