सीवान से आए अशोक सिंह बोले..दो साल पर तो जनता दरबार का नंबर आया है..जब हम बक्सर जेल में थे तब आप भी वही थे सर

सीवान से आए अशोक सिंह बोले..दो साल पर तो जनता दरबार का नंबर आया है..जब हम बक्सर जेल में थे तब आप भी वही थे सर

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में आज सोमवार को कई फरियादी अपनी समस्या लेकर पहुंचे। सीएम नीतीश ने उनकी समस्याएं सुनी और वहां मौजूद अधिकारियों को लोगों की समस्या का समाधान निकालने का निर्देश दिया। इस दौरान सीवान के आए स्वतंत्रता सेनानी अशोक सिंह जनता दरबार में पहुंचे। उन्होंने कहा कि सर दो साल पर तो जनता दरबार का नंबर आया है। सीएम ने पूछा कि आप जेल में कब थे। तब अशोक सिंह ने कहा कि 1974 में हम जेल में थे। सीएम ने कहा कि ऊ तो ठिके है जेपी सेनानी हैं तो जेलवा तो हइये है. हमलोग भी तो जेलवे में ना थे। 


अशोक सिंह कहा कि सीवान, छपरा और बक्सर जेल में 9 महीना रहे। 1 जून 1975 को गिरफ्तार हुए जिसके बाद इमरजेंसी लग गया। 1976 में हाजिर हुए। लेकिन आज तक पेंशन नहीं मिला। अशोक सिंह फिर कहते हैं कि जब हम बक्सर जेल में थे तब आप भी वही थे सर। अशोक सिंह की बात सुनकर सीएम नीतीश हैरान रह गये। उन्होंने मुख्य सचिव से कहा कि जेपी सेनानी वाले व्यक्ति हैं नौ महीना जेल में थे। सीवान से आए हैं इन्हें पेंशन नहीं मिल रहा है इसे दिखवाईए। 


22 डिसमिल जमीन मापी एवं सीमांकन का प्रतिवेदन भागलपुर के देवेन्द्र कुमार के पक्ष में आया था लेकिन जमीन पर दखल कब्जा अभी तक नहीं हुआ। इस पर सीएम नीतीश ने अधिकारी से कहा कि ऐसा काहे करता है सब। वही मधेपुरा अंचलाधिकारी द्वारा गलत तरीके से स्वामित्व प्रमाण पत्र निर्गत करने की शिकायत पर सीएम ने कहा कि इस मामले को तुरंत दिखाइये गड़बड़ कर रहा है। वही लड़के के अपहरण के मामले को लेकर एक महिला जनता दरबार पहुंची। अनिता देवी का कहना था कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। सीएम ने अधिकारी से कहा कि यह 2021 की बात है देख लीजिए। वही सीतामढ़ी से आई महिला उर्मिला देवी ने बताया कि जमीन पर दूसरे द्वारा जबरन घर बना लिया गया है। 


वही सीतामढ़ी से आई मुन्नी देवी ने बताया कि घर का रास्ता बंद कर दिया गया है। जब इस संबंध में बात करने जाते हैं तो मारपीट की जाती है। जबकि सीतामढ़ी से आए मो. समीर आलम ने कहा कि कबिस्तान की घेराबंदी नहीं की जा रही है। सीएम ने अधिकारी से कहा कि दिखवाइये काहे देर हो रहा है। वही सीतामढ़ी से आए हमीद ने सीएम को बताया कि 2021 में उनके पिता की रॉड से मारकर हत्या कर दी गयी थी। उस वक्त सीओ और एसडीएम ने मुआवजे का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक ना तो मुआवजा मिला और ना ही आरोपियों पर कार्रवाई की गयी। हमीद की बातें सुनने के बाद सीएम ने अधिकारी को कहा कि इसमें दिक्कत क्या हो रही है दिखाइए। 


सीतामढ़ी से आए बबलू ने बताया कि उनके जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है। वही जहानाबाद के उमाशंकर ने बताया कि एनएच हाईवे में जमीन चला गया है लेकिन भूमि अधिग्रहण के बाद मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। वही गोपालगंज से आए अमरनाथ कुमार सिंह ने बताया कि 2021 में उनके भाई की हत्या कर दी गयी थी। लेकिन अभी तक ना तो किसी की गिरफ्तारी हुई है और ना ही कोई कार्रवाई की गयी है। अमरनाथ ने बताया कि गांव में बारात आई थी आर्केष्टा चल रहा था जिसका विरोध करने पर उनके भाई को चाकू मारकर हत्या कर दी गयी थी। मुजफ्फरपुर से लालती देवी निजी जमीन को पारू थाना प्रशासन ने जबरन जमीन पर कब्जा कर लिया है।


जनता दरबार में भागलपुर के पीरपैंती के रहने वाले अभिषेक रंजन पहुंचे जिन्होंने बताया कि पीरपैंती में 2021 में जमीन लिये थे।वहां का लोकल आदमी बोल रहा है कि यह जमीन तुम्हारी नहीं है। जबकि मोटेशन भी कराये हैं और रसीद भी कटवा चुके हैं। जब बाउंड्री करने गये तो बोला जा रहा है कि उक्त जमीन आपका नहीं है। अभिषेक रंजन का कहना था कि बड़ी मुश्किल से पाई पाई जोड़कर जमीन खरीदे थे लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनकी बातें सुनी फिर मौके पर मौजूद भूमि राजस्व विभाग के अधिकारी को जांच के आदेश दिये।


वही सुपौल से आए संजय कुमार भी जमीन के मामले को लेकर जनता दरबार पहुंचे थे। संजय का कहना है कि फर्जी कागजात के आधार पर उनकी जमीन को बेच दिया गया है। जिसके बाद एक महिला भी जमीन विवाद की शिकायत लेकर पहुंची। उसने बताया कि जबरन घर में तोड़फोड़ की गयी है। अब उन्हें जाने से मारने की धमकी दी जा रही है। महिला की शिकायत सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाने को कहा। लेकिन तभी वे सीएम के पास आ गये। उन्हें देख सीएम ने कहा कि वहां काहे नहीं बैठते हैं जाकर बैठिये..


इसी दौरान किशनगंज से जनता दरबार पहुंची संजिदा देवी ने अंचलाधिकारी और अमीन पर अनियमितता का आरोप लगाया। पीड़िता का कहना था कि जमीन की नामी के लिए अमीन 50 हजार रूपये की मांग करता है। कहता है कि पैसा देंगे तब ही नापी करेंगे। अभी तक नापी नहीं दिया गया है जिसके कारण जमीन में विवाद खड़ा हो गया है। इनकी शिकायत सुनने के बाद सीएम नीतीश ने राजस्व एवं भूमि सुधार के अधिकारी को फोन लगाया और किशनगंज की महिला संजिदा देवी की बात सुनने को कहा। सीएम ने कहा कि यह बहुत गड़बड़ बात है तुरंत दिखाइये।


वही किशनगंज से साइबर क्राइम का मामला भी सामने आया। जो 22/10/2022 का था। पीड़ित बसंत सिंह ने बताया कि किशनंगज पंजाब नेशनल बैक के एटीएम से पैसा निकालने के दौरान तीन लोग जो पहले से एटीएम में खड़े थे। उन्होंने एटीएम को बदल लिया और अपना एटीएम थमा दिया। जिसके बाद एक जगह 20 हजार और दूसरे जगह से 22 हजार रुपये यानि कुल  42 हजार रूपये की निकासी कर ली। जब पैसे निकाले जाने का मैसेज आया तो बैंक और सदर थाने को इसकी सूचना दी। पीड़ित ने बताया कि थाने में उनके अप्लिकेशन को कूड़ेदान में फेंक दिया गया। कार्रवाई नहीं होता देख उन्होंने वरीय अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और ना ही इस मामले में कोई कार्रवाई ही की गयी है। 


किशनगंज से आई सदमा आजमी ने भी पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने की बात कही। जबकि पूर्णिया से मो. जुबेर आलम का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज हुआ लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गयी है। वही भागलपुर के सारण कुमार का कहना था कि जमाबंदी से नाम हटाकर दूसरे का नाम चढ़ा दिया गया है। इनकी समस्या सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अधिकारी को फोन कर मामले में कार्रवाई करने की बात कही। बता दें कि आज गृह विभाग, कारा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, निगरानी विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को मुख्यमंत्री सुन रहे हैं। इस दौरान संबंधित विभागों के मंत्री और मुख्य सचिव, डीजीपी सहित तमाम आलाधिकारी जनता दरबार में मौजूद रहें।