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SARAN: लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर सिताब दियारा में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी से सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। इस मौके पर अमित शाह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसे। अमित शाह ने कहा कि सत्ता हासिल करने के लिए जेपी के विचारों की इन्होंने बलि दे दी। सत्ता के लिए पाला बदलने वाले ये लोग आज कुर्सी पर बैठे हैं। ये जेपी को भी भूल चुके हैं। सत्ता के लिए समझौता कर चुके हैं और कांग्रेस की गोदी में जाकर बैठ गये हैं। वहीं नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि पांच-पांच बार सत्ता का पाला बदलने वाले लोग आज बिहार के मुख्यमंत्री बनकर बैठे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बिहार व उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र सिताब दियारा में पहुंचे। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली में आयोजित उनके जयंती समाराेह में वे शामिल हुए। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल रहे। जेपी की जयंती पर उनके गांव सिताब दियारा में पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जेपी को नमन किया और श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर लोकनायक जयप्रकाश की 14 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। मंच से लोगों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि जेपी की प्रतिमा सिताब दियारा में स्थापित हो इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत सरकार के कैबिनेट के अंदर एक प्रस्ताव दिया था जो जेपी की जयंती के दिन पूरा हुआ। अमित शाह ने मंच से भारत माता के जयकारे लगाये। कहा कि आपातकाल के खिलाफ जेपी ने आंदोलन किया। जेपी ने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया और संपूर्ण क्रांति के नारे को पूरा करने का काम पीएम मोदी ने किया है।
अमित शाह ने कहा कि घर घर बिजली पहुंचाने का काम पीएम मोदी ने किया। मंच को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत माता की जय का ऐसा नारा लगाएं कि जेपी के सिद्धांतों को छोड़ने वालों के मन में कंपकपी हो जाए। जेपी की जन्मभूमि पर बिहार के साथ-साथ बलिया वालों को भी गृह मंत्री अमित शाह ने याद किया। कहा जोर का नारा लगाएं। जेपी के सिद्धांतो को छोड़ने वाले कांप जाएं। जय प्रकाश ने गरीबोंं, पिछड़ों, दलितों और जातिविहीन समाज की कल्पना लेकर नए नए प्रकल्प लिए जेपी ने देश में इमरजेंसी लगाने वालों के खिलाफ मोर्चा खोला, इंदिरा जी ने सरकारी रूप से चंदा उगाहने का काम दिया।
जिसका विरोध जेपी ने किया जब 70 के दशक में भ्रष्टाचार और सत्ता में चूर शासन के अधिकारियो ने देश में इमरजेंसी डालने का काम किया,तब जयप्रकाश जी ने उसके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन किया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपना पूरा जीवन भूमिहीनों के लिए, गरीबों, दलितों और पिछड़ों के लिए गुजारा है।उन्होंने समाजवाद की विचारधारा और जाति विहीन समाज की रचना की कल्पना लेकर अनेकों परिकल्पनाएं कीं। सत्ता के लिए कांग्रेस की गोदी में बैठे हैं।
पांच-पांच बार सत्ता के पाला बदलने वाले लोग बिहार के मुख्यमंत्री बनकर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को फैसला करना है कि वो सत्ता के गठजोड़ से जेपी के सिद्धांतों के लिए काम करने वाले चाहिए या सत्ता के लिए पाला बदने वाले लोग। हर घर को बिजली देना, घर देना, शौचालय देना, भोजन देना और राशन देने का काम देश के प्रधानमंत्री ने किया है। ये जेपी का संपूर्ण क्रांति का मकसद था।
अमित शाह ने कहा कि आज देश में मोदी जी के नेतृत्व में सरकार चल रही है, 8 साल से जयप्रकाश जी के सिद्धांत से और विनोबा जी के सिद्धांत से सर्वोदय के नारे को मोदी जी ने अंत्योदय के साथ जोड़कर गरीबों का कल्याण करने का काम किया।1942 के 'भारत छोड़ो आंदोलन' में हजारीबाग की जेल जिसको न रोक सकी। उस जयप्रकाश को इंदिरा जी की यातना न रोक पाई।
आगे उन्होंने कहा कि जब इमरजेंसी उठी तो जे.पी जी ने पूरे विपक्ष को एक किया और देश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनाने का काम जयप्रकाश नारायण जी ने किया। जब 70 के दशक में भ्रष्टाचार और सत्ता में चूर शासन के अधिकारियो ने देश में इमरजेंसी डालने का काम किया, तब जयप्रकाश जी ने उसके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन किया।