PATNA : शिक्षा विभाग में अनुकंपा पर बहाली का इंतजार कर रहे लोगों के लिए यह काफी अच्छी खबर है। अब इसको लेकर शिक्षा मंत्री ने एक्शन मोड में काम करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही इस मामले में सरकार की तैयारी भी तेज हो गई है। अब जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग एक अलग कैडर बनाएगा। जिसके जरिए शिक्षा विभाग में अनुकंपा पर नियुक्ति की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक बहाली की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए एक नियमावली तैयार की जा रही है, जिसे जल्द ही राज्य कैबिनेट से स्वीकृति ली जाएगी। कैबिनेट की स्वीकृति के बाद राज्य में यह लागू हो जाएगा। सेवा काल में मृत शिक्षकों के आश्रितों को अनुकंपा पर नियुक्ति की कार्रवाई चल रही है। इसी क्रम में यह निर्णय लिये गये हैं। निमयावली के लिए गठित कमेटी ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि सूबे के अलग -अलग जिलों के छह हजार से अधिक अनुकंपा के मामले लंबित हैं। इनकी नियुक्ति के लिए अगल कैडर बनाने का प्रस्ताव है, जिसे मल्टी टास्क लिया जा सकेगा। आश्रितों की योग्यता के आधार पर उनसे काम लिया जाएगा। अनुकंपा पर नियुक्ति के मामले लंबे समय से लंबित हैं। नियमावली में इसका विस्तार से जिक्र किया जा रहा है। विभागीय पदाधिकारी बताते हैं कि पूर्व में अनुकंपा पर नियुक्ति के लिए कोई ठोस नीति नहीं थी, जिस कारण काफी संख्या में इनके मामले लंबित हैं।
मालूम हो कि स्थानांतरण और पदास्थापन को लेकर गठित कमेटी ही अनुकंपा पर नियुक्ति की नियमावली बना रही है। कमेटी के अध्यक्ष विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव हैं। शिक्षा विभाग में शिक्षक और कर्मियों के के सेवाकाल में निधन के बाद बड़ी संख्या में आश्रित नौकरी के इंतजार में है। पहले शिक्षक के निधन पर उनक आश्रित को शिक्षक की नौकरी दे दी जाती थी। लेकिन शिक्षा का अधिकार कानून लागू हो जाने के बाद शिक्षक पद पर बहाली के लिए प्रशिक्षण और टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया। इस वजह से बैकलॉगिंग की कतार बड़ी हो गई।