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PATNA : सावन महीने की आज दूसरी सोमवारी है. कोरोना के कारण शिव भक्तों को शिवालयों में जाकर पूजा अर्चना करने की तो अनुमति नहीं है लेकिन घर पर रहकर ही लोग भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर रहे हैं. सावन महीने की दूसरी सोमवारी पर कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि पड़ रही है. सनातन धर्म में नवमी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. इस तिथि को ही सर्वसिद्धि को देने वाली माता सिद्धिदात्री देवी का पूजन किया जाता है. सावन के दूसरे सोमवार पर भोलेनाथ की पूजा से विशेष पुण्यफल की प्राप्ति होगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवमी तिथि में किया गया पूजा या अन्य शुभ कार्य का फल अक्षय मिलता है.
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, सावन में महादेव को जलाभिषेक करने से सारी मनोकामना पूरी होती है. सुहागन औरतें अपनी सुहाग के लिए और कुंवारी कन्याएं अच्छे पति के लिए सावन की सोमवारी का व्रत विधि पूर्वक करती हैं. वैवाहिक सुख की सुगमता के लिए दूध में केसर तथा गंगाजल में हल्दी डालकर अभिषेक करें. बच्चों की आरोग्यता के लिए अनार और गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करना चाहिए.
कोरोना काल की वजह से मंदिरों में सिर्फ पंडित या पुजारी ही जन कल्याण के लिए जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के साथ संध्या काल में शृंगार पूजा करेंगे. श्रद्धालु अपने घरों में ही भगवान शिव पर गंगाजल, दूध, भांग-धतूर, आक, मधु, घी आदि अर्पित कर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करेंगे.