PATNA : बिहार की राजनीती के भीष्म पितामह कहे जाने वाले शरद यादव का बीते रात निधन हो गया। उन्होंने 75 साल की आयु में गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सास लिया। इनके निधन की सुचना इनकी बेटी ने ट्वीट कर दिया। वहीं, इतने बड़े नेता के निधन के बाद बिहार की राजनितिक गलियारों में शोक की लहर फेल गई है। प्रधानमंत्री मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई राजनेता ने इनके निधन पर दुःख जताया है।
शरद यादव के देहातं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि शरद यादव जी के निधन से बहुत दुख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत और यादों को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शरद यादव से उनका बहुत गहरा लगाव था। वह महान समाजवादी नेता थे। शरद यादव का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति भी है। मैं मर्माहत हूं। उनका निधन राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र की अपूरणीय क्षति है। वह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे।
वहीं, राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर सिंगापुर से वीडियो के माध्यम से शोक संदेश जारी किया और कहा कि बड़े भाई शरद यादव जी के निधन के खबर सुन कर काफी विचलित हुआ हूं, दुखी हूं और काफी आघात लगा है। शरद यादव, मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार और बहुत सारे नेता सब लोग डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, जननायक कर्पूरी ठाकुर के सानिध्य में राजनीति करते आ रहे हैं। आज एकाएक खबर मिला, मैं सिंगापुर में हूं कि वे हमलोगों के बीच में नहीं रहे। वे एक महान समाजवादी नेता थे, स्पष्टवादी थे। शरद जी और मैं कभी कभी लड़ भी जाता था, बोलने के मामले में विचारों को रखने के मामले में, लड़ाई का कोई कटु बात नहीं रहता था। लाखों लाख मित्रों को छोड़कर, वे हमलोगों को छोड़कर कैसे उठ गए, भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति दें, शोक संतप्त परिवार को शक्ती दे।
वहीं, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं। कुछ कह पाने में असमर्थ हूं। माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई। दुख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है। ज्याद कुछ कहने को है नहीं। कुछ दिन पहले आदरणीय नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का निधन हुआ, अब खबर मिली शरद जी का निधन हुआ है। हम सब समाजवादी विचारधारा के मानने वाले लोग एकजुट रहकर नेताजी व शरद जी की कुर्बानियों को याद रखने की जरूरत है, उनके दिखाए हुए दिशा पर चलने की जरूरत है। कुछ दिनों पूर्व ही उनसे बात भी हुई थी, वे स्वस्थ थे और बार-बार यही कह रहे थे, समाजवादियों के सामने जो चुनौतियां हैं, उसको निबटने में आगे बढ़कर लड़ाई लड़ो।
वहीं, जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी इनके निधन पर दुःख जताया है। उन्होंने कहा है कि महान समाजवादी नेता एवं देश में सामाजिक न्याय के वर्तमान समय के सबसे बड़े व सच्चे प्रहरी, हमारे अभिभावक शरद यादव जी के निधन की खबर अत्यंत ही दुखद हैं। उनके जाने से देश में सामाजिक विषमता के खिलाफ एक खास किस्म के संघर्ष का अंत हो गया। इस दुख की घड़ी में मैं उनके परिवार के साथ हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को दुख सहने की ताकत दें।