शराबबंदी कानून के समर्थन में है बीजेपी, सदन में बोले सम्राट ... नीतीश कुमार डरपोक सीएम,जनता इनसे परेशान

शराबबंदी कानून के समर्थन में है बीजेपी, सदन में बोले सम्राट  ... नीतीश कुमार डरपोक सीएम,जनता इनसे परेशान

PATNA : बिहार में जहरीली शराब से छपरा जिले में अबतक 53 लोगों की जान जा चुकी है। इसको लेकर बिहार के सदन में संग्राम शुरू हो गया है। राज्य के राजनीति में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली पार्टी भाजपा द्वारा इस घटना को लेकर सीएम से माफ़ी और मुआबजा की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में अब बिहार विधान परिषद् के नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। 


भाजपा नेता और बिहार विधान परिषद् के नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने कहा कि, शराबबंदी कानून लागु रहे यह हैं भी चाहते हैं, लेकिन बिहार सरकार को गुजरात से सीख लेना चाहिए की आखिकार किस तरह से शराबबंदी कानून सफल होता है। उन्होंने कहा कि, बिहार सरकार में बैठे हुए लोग कहते हैं कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा से शराब आता है तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि, क्या उनको शर्म नहीं लगता है आप राज्य के मुख्यमंत्री हैं और साथ ही साथ होम मिनिस्टर भी हैं आपके अंदर में पुलिस प्रसाशन है और आपके नाक के नीचे यह सबकुछ हो रहा है। 


इसके आगे उन्होंने कहा कि, छपरा कांड के बाद यह तो साफ़ हो गया कि शराब के अवैध कारोबार में पुलिस का मिलीभगत है। पुलिस थाने से स्परिट निकला और अवैध कारोबारियों के पास पहुंचा और इसी सेजहरीली शराब बनी और लोगों की इतनी बड़ी संख्या में जान गई। ये लोग से सवाल किया जाता है तो गुजरात और उत्तर प्रदेश की बात करते हैं तो इनको यह समझना चाहिए कि वहां कितने लोग मरें। बिहार सरकार फर्जी रिपोर्ट बनाती है यह भी कल मालूम चल गया कि नीतीश कुमार फर्जीवाड़ा करते हैं। 


उन्होंने कहा कि, बिहार में सही मायने में शराब के मामलों में सिर्फ और सिर्फ गरीब तबके के लोगों पर कार्रवाई होती है। बड़े लोगों को तो आसानी से वेल मिल जा रही है। इसलिए इनको गुजरात से तुलना करना चाहिए की वहां कितने लोग जेल के अंदर हैं और बिहार में कितने लोग हैं। नीतीश कुमार डरपोक मुख्यमंत्री है। इनके पास कोई भी ताकत नहीं है। यह बिहार के लिए बेहद दुर्भायपूर्ण है। यह बिहार के विकास से लिए कुछ भी नहीं कर सकते हैं और बिहार की जनता इनसे परेशान है। इनके पास कोई भी राजनितिक निर्णय लेने की औकात नहीं रह गयी है। वहीं, राजद के पास तो बोलने के लिए भी कुछ नहीं है।