PATNA : बिहार विधानमंडल शीतकालीन सत्र का आज अंतिम दिन। आज के दिन सदन की बैठक शुरू होते ही भाजपा एक बार फिर से छपरा जहरीली शराब कांड को लेकर हंगामा शुरू कर दिया गया है। भाजपा के तरफ इस घटना में पीड़ित परिवार को मुआवजा देने कि मांग कि जा रही है। इतना ही नहीं उन्होंने यह तक कह डाला है कि, यदि इसको लेकर आज सरकार के तरफ से कोई सकारात्मक बातें नहीं बोली जाती है तो सदन नहीं चलने दिया जाएगा।
दरअसल, बिहार में पिछले 5 दिनों से छपरा जहरीली शराबकांड को लेकर सड़क से सदन तक हंगामा मचा हुआ है। इसको लेकर भाजपा के नेता बिहार के राज्यपाल फागु चौहान तक को अपना ज्ञापन सौंप चुके हैं। इसके बाद अब भाजपा के नेता मुआवजा देने की मांग पर अड़े हुए हैं। इसी कड़ी में अब बिहार सरकार के दो पूर्व मंत्री और वर्तमान भाजपा विधायक रामसूरत राय और नीतिन नवीन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा नेता रामसूरत राय ने कहा है कि,हमलोग सड़क से लेकर सदन तक अपनी मांग रख रहे हैं। अब तो उनके गठबंधन के लोग भी यही मांग कर रहे हैं। इसलिए मैं बिहार सरकार और मुख्यमंत्री से यह मांग करता हूं कि, किसी भी चीज़ को आखों पर काली पट्टी लगाकर नहीं देखें, बल्कि चीज़ों को बारीकी के साथ यदि जरूरत हो तो चश्मा लगाकर देखें। छपरा में कोई एक या दो लोग नहीं मरे हैं, बल्कि दो सौ से अधिक लोग मरे हैं। बिहार सरकार का आकड़ा विफल है। प्रसाशन द्वारा वहां के लोगों को धमकाया जाता है। घर तक नीलाम करने की धमकी दी जाती है। 2016 में यह कानून बना था और उसमें साफ़ तौर पर कहा गया कि मुआवजा मिलेगा इसलिए उनको इस कानून का पालन करना होगा। वरना सदन नहीं चलने दिया जाएगा।
वहीं, नीतिन नवीन ने कहा कि छपरा में दलित और गरीब वर्ग से आने वाले लोगों की मौत हुई है। इसके इसके बाबजूद बिहार के सीएम का ऐसा बयान देते हैं यह साबित करता है की उनको बिहार की कितनी परवाह है। उनको समझना चाहिए की सरकार जनता के लिए होती है न की खुद के लिए। ऐसे में यदि सीएम के तरफ से कोई मुआवजा दे दिया जाता तो कोई बहुत बड़ी मदद नहीं मिल जाती। लेकिन, इसके बाबजूद उनको किसी बात की कोई परवाह नहीं है। ऐसे में जल्द ही जनता भी उनकी परवाह करना बंद कर देगी।