BJP जिलाध्यक्ष ने भूमिहारों की पैदाइश पर सवाल उठाया, वायरल ऑडियो में पार्टी की महिला नेता पर भी की आपत्तिजनक बातें

BJP जिलाध्यक्ष ने भूमिहारों की पैदाइश पर सवाल उठाया, वायरल ऑडियो में पार्टी की महिला नेता पर भी की आपत्तिजनक बातें

 PATNA : विधानसभा चुनाव के पहले बिहार में बीजेपी के जिला अध्यक्ष लगातार पार्टी की फजीहत करा रहे हैं. औरंगाबाद के जिला अध्यक्ष संजय मेहता की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. संजय मेहता की आपत्तिजनक तस्वीरों को लेकर बवाल मचा रहा कई तस्वीरों में वह नंग धड़ंग नजर आए और कई में शराब पीते हुए हालांकि इसे लेकर ना तो कोई मामला दर्ज हुआ और ना ही बीजेपी के नेताओं ने इस पर चुप्पी तोड़ी. अब पार्टी के शेखपुरा जिला अध्यक्ष दारो बिंद का एक ऑडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो में दारो बिंद पार्टी के ही किसी नेता से बातचीत कर रहे हैं. 

 वायरल ऑडियो के बारे में जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक के जिला स्तर पर पार्टी की महिला मोर्चा के अध्यक्ष को लेकर शुरुआती बातचीत के बाद बीजेपी जिला अध्यक्ष भूमिहारों की पैदाइश पर सवाल उठा रहे हैं दारो बिंद जब अपनी पार्टी के नेता से बात करते हैं तो इसी दौरान वह भूमिहार जाति को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं हालांकि पोस्ट बिहार वायरल ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन माना जा रहा है कि इसे लेकर अब आगे आने वाले दिनों में राजनीति तेज होगी

वायरल ऑडियो में शेखपुरा बीजेपी के जिलाध्यक्ष दारो बिंद पार्टी में महिला नेताओं की स्थिति को लेकर भी तरह तरह की बात कर रहे हैं. यह पूरी बातचीत आप खुद सुन सकते हैं.  बिहार में वायरल ऑडियो को लेकर शेखपुरा जिला अध्यक्ष से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनके मोबाइल पर कई बार घंटी होने के बावजूद दारो बिंद ने फोन नहीं उठाया. बिहार प्रदेश बीजेपी के नेता फिलहाल इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. अमित शाह की रैली को लेकर सभी तैयारियों में व्यस्त हैं लेकिन पार्टी के अंदर खाने इस बात की चर्चा जरूर है कि चुनाव के पहले बनाई गई नई टीम में ऐसे लोगों को जिला अध्यक्ष बना दिया गया जिसकी वजह से पार्टी फजीहत झेल रही है.

भारतीय जनता पार्टी मैं ऐसे नेताओं को जिला अध्यक्ष बना दिया गया है जिनका पहले का ट्रैक रिकॉर्ड संगठन के लिए ज्यादा काम करने का नहीं रहा है औरंगाबाद जिला अध्यक्ष संजय मेहता के बारे में भी यही बात सामने आई थी अब ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि उज्जैन जिला अध्यक्षों के बूते पार्टी चुनाव में जा रही है वहीं खुद बीजेपी की किरकिरी करा रहे हैं.