MUZAFFARPUR: बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा का निधन मंगलवार की रात करीब 9 बजकर 20 मिनट पर दिल्ली में हुई। दिल्ली AIIMS में उन्होंने अंतिम सांस ली। छठ पूजा के गीतों का पर्याय पद्म भूषण शारदा सिन्हा ने छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय को ही दुनिया को अलविदा कहा। शारदा सिन्हा लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रही थीं और सप्ताहभर से दिल्ली एम्स में भर्ती थी। तबीयत ज्यादा खराब हो जाने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा के निधन पर देशभर में शोक की लहर है।
वही बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में कलाकारों और समाजसेवियों ने इस घटना पर दुख प्रकट किया और शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इन कलाकारों और समाजसेवियों का कहना है कि शारदा सिन्हा का निधन न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की संगीत और लोक संस्कृति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर के पानी टंकी स्थित चिल्ड्रन पार्क में कलाकार, डांसर, साहित्य, समाजसेवियों द्वारा शोक सभा आयोजित कर बिहार की स्वर कोकिला को श्रद्धांजलि दी गयी। जहां लोक गायिका पद्म विभूषण शारदा सिन्हा के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की गई हैं।