PATNA: सीवान और छपरा में हुए जहरीली शराब कांड पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए वीआईपी चीफ मुकेश सहनी आज पटना में कहा कि शराबबंदी वाले बिहार राज्य में खुलेआम सरकार के संरक्षण में अवैध शराब का धंधा चल रहा है, कोई कुछ नहीं कर रहा, सब सरकारी अफसर बैठकर पैसा कमा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में हजारों गरीबों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। लाखों गरीब लोग जेलों में बंद हैं। छपरा और सीवान के बाद अब यही मौत का तांडव मुज्जफरपुर में भी होगा, ऐसी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। मुज्जफरपुर जिला एसपी तानाशाह बन कर बैठा है।
सहनी ने आरोप लगाया कि मुजफ्फरपुर एसपी खुद शराब माफिया से मिलकर करोड़ों कमाकर जिले में अवैध शराब का मिनी फैक्ट्री चलवा रहे हैं। लोग मर रहे हैं और एसपी साहब नोट छापने में लगे हैं। खुद को सरकारी मुलाजिम बताकर मुजफ्फरपुर एसपी खुद शराब माफिया बना हुआ है। उसपर कोई कार्रवाई नहीं हो रहा क्योंकि नीचे से ऊपर तक चौकीदार से मंत्री तक सब शराब माफिया से मिले हुए है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से छपरा और सिवान में गरीबों की लाशें बिछी हैं, इस पर नीतीश कुमार जी चुप्पी साधे हुए है। इन्होंने केंद्र में रहकर रेल दुर्घटना की जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था तो आज 8 वर्षों में लाखों गरीबों के मौत के जिम्मेदार नीतीश कुमार जी गद्दी छोड़ इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे।
मुकेश सहनी ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री के इर्दगिर्द बैठे सारे लोग जो तथाकथित उनके सलाहकार हैं वे सब शराब माफियाओं से मिलकर प्रदेश के कोने-कोने में शराब की होम डिलीवरी करवा रहे हैं। पुलिस के अधिकारी सब शराब का धंधा करने वाले लोगों से वसूली कर धन कुबेर बन गया और बेचारा गरीब मर रहा है, उनकी साजिशन हत्या की जा रही है। छपरा और सीवान की घटना की जिम्मेदारी लेते हुए, मद्य निषाद मंत्री समेत सभी पदाधिकारी यहां तक कि बिहार के मुख्यमंत्री तक को इस्तीफा दे देना चाहिए।