PATNA : नीतीश कैबिनेट के विस्तार के बाद आज जदयू के विधायक रत्नेश सदा में मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद अब मंत्रिमंडल सचिवालय के तरफ से अधिसूचना जारी कर मंत्री पद सुपुर्द कर दिया गया। बिहार सरकार मंत्रिमंडल के प्रति जारी अधिसूचना में कहा गया है कि- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह से रत्नेश सदा को अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग का पदभार सौंपा गया है।
दरअसल, बिहार में फिर एकबार सियासी फेरबदल हुआ है और जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने महागठबंधन से किनारा कर लिया। जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने मंत्री पद से पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद अब उनकी जगह पर जदयू विधायक रत्नेश सदा को मंत्री बनाया गया है। इसके आलावा रत्नेश सदा को संतोष मांझी के ही विभाग की ज़िम्मेदारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि, रत्नेश सदा भी महादलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वो सहरसा के सोनबरसा से विधायक हैं।रत्नेश सदा जदयू के महादलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी हैं। वो वर्ष 2010 से चुनाव जीतते आ रहे हैं। इसके बाद अब नीतीश सरकार में इनको एससी-एसटी वेलफेयर मंत्री बनाया गया हैं। इसी पद पर संतोष सुमन थे जिनका इस्तीफा मंजूर किया गया है।
इधर, जेडीयू विधायक और मंत्री पद की शपथ लेने वाले रत्नेश सदा ने साफ़ तौर पर कहा कि केंद्र सरकार बिहार की मदद नहीं कर रही है। बिहार के हक का पैसा रोक कर रखी है। उनके विभाग के जो भी अधूरे काम हैं वो सबसे पहले उसको पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि गरीबों का काम पहले होगा। युवाओं को रोजगार मिलेगा। हम काम करने में विश्वास रखते हैं और काम करके जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।