PATNA : बिहार के सरकारी अस्पतालों में दवा वितरण के अंदर गड़बड़ी का मामला आज विधान परिषद में उठा. प्रश्नोत्तर काल में कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस मामले को उठाया. प्रेमचंद्र मिश्रा के सवाल पर सरकार ने जवाब दिया कि कई स्वास्थ्य कर्मियों के वेतन और मानदेय पर रोक लगाई गई है लेकिन किसी तरह की कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई.
प्रेमचंद्र मिश्रा ने पूरक का सवाल करते हुए कहा कि अगर गड़बड़ी की बात सामने नहीं आई तो वेतन और मानदेय क्यों रोका गया. सरकार के जवाब में उन्होंने विरोधाभास जताया इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सदन में यह जानकारी दी कि कोरोना काल में सप्लाई चैन को दुरुस्त रखने के लिए विभाग ने कई तरह की गाइडलाइन जारी की थी. इस गाइडलाइन में लापरवाही बरतने वालों का वेतन और मानदेय ही रोका गया है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि दवा वितरण के काम में लापरवाही को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी. इस तरह की किसी भी गड़बड़ी पर विभाग की पैनी नजर है. प्रेमचंद्र मिश्रा के सवाल को गंभीर बताते हुए मंगल पांडे ने कहा कि सरकार इस मामले में पूरी तरह से सचेत है.