PATNA : बिहार की सरकार सूबे में जाति की गणऩा करा रही है कि जंग लड़ रही है. जाति की गणना के लिए सारे संसाधन झोंक दिये गये हैं. राजधानी पटना में 3 दिनों के भीतर घर घर जाकर जाति की गणना का काम पूरा कर लिया गया. जाति की गिनती के बाद युद्धस्तर पर डेटा इंट्री का सोमवार से शुरू हो जायेगा. हाल ये है कि पटना समेत सभी जिलों के डीएम सारा काम छोड़ कर जाति की गणना पूरी करने में लगे हैं.
पटना के डीएम ने आज फिर जातीय जनगणना पर मीटिंग की. डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि पटना जिला के सभी परिवारों की घर घर जाकर गिनती का काम 5 अगस्त को ही पूरा कर लिया गया है. बता दें कि हाईकोर्ट ने 1 अगस्त को जातीय जनगणना पर रोक हटायी थी. 2 अगस्त को प्रशासन ने तैयारी की और 3 से 5 अगस्त यानि तीन दिनों में सारे घरों की गिनती पूरी कर ली गयी.
पटना के डीएम चंद्रशेखऱ सिंह ने कहा है कि बिहार जाति आधारित गणना में जो आंकड़े संकलित किये गये हैं उसकी कम्प्यूटर में इंट्री और डेटा को मिलाने का काम सोमवार से शुरू हो जायेगा. जिलाधिकारी ने आज इस मसले पर बैठक की. जिसमें तमाम अधिकरियों को बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के डाटा इंट्री कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर तत्काल पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
सारे संसाधन झोंके गये
पटना में डाटा इंट्री के लिए जिले को 32 चार्च में बांट कर हर चार्ज के लिए अलग स्थान चुना गया है. वहां मोबाइल नेटवर्क, डाटा, तकनीकी एवं सहायक कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति समेत सारी व्यवस्था की गयी है. डाटा इंट्री में तकनीकी सहायता के लिए 08 चार्जों में 32 कार्यपालक सहायकों की प्रतिनियुक्ति की गई है. जबकि प्रखण्डों में 100 से अधिक कार्यपालक सहायक डाटा इंट्री कार्य करेंगे.
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि डाटा इन्ट्री और जाति आधारित गणना के ऐप से संबंधित किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या के तत्काल समाधान और सभी चार्जों को तकनीकी सहयोग प्रदान करने के लिए जिला स्तर पर एक तकनीकी अनुश्रवण-सह-सहयोग कोषांग का गठन किया गया है. इस कोषांग में ज़िला आईटी प्रबंधक, दो आईटी सहायक और तीन कार्यपालक सहायक रखे गये हैं. जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी, पटना और सहायक सूचना विज्ञान पदाधिकारी, पटना को भी अपने स्तर से सभी प्रकार का आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान करने का निदेश दिया गया है.