CHAPRA: सारण में संदेहास्पद स्थिति में अब तक 18 लोगों की मौतें हो गयी है। वही 5 लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है।परिजन जहां जहरीली शराब पीने से मौत की बात कह रहे हैं वही पुलिस प्रशासन अब भी जांच की बात कह पल्ला झाड़ रही है। छपरा सदर अस्पताल में भर्ती अजय सिंह ने भी खुद स्वीकारा कि उसने शराब पी थी जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और अब तो उसकी आंखों की रोशनी ही चली गयी है।
सारण के उत्तर टोला निवासी अजय सिंह की हालत बिगड़ने के बाद छपरा सदर अस्पताल में एडमिट किया गया। जहां अब वे होश में आ गया हैं लेकिन उनकी आंखों की रोशनी अब पूरी तरह से चली गयी है। छपरा सदर अस्पताल में इलाजरत अजय सिंह ने मीडिया को बताया कि वे मजदूरी करते हैं और कभी-कभी शराब पीया करते थे। मंगलवार को वह जगदीशपुर बाजार गया हुआ था पास में सौ रुपये थे जिसमें 50 रुपये की सब्जी खरीदी और 50 रुपये की शराब मुन्ना की दुकान से खरीद वह पी गया। शराब पीते ही उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी।
जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उसकी आंखों की रोशनी गायब होने लगी और अब तो उसे पूरी से दिखाई देना ही बंद हो गया है। डॉ. रवि ने बताया कि मरीज अजय सिंह पूरी तरह होश में आ गये हैं उन्हें एक ही परेशानी है कि आंखों से दिखना बंद हो गया है। कल शाम से उन्हें बिलकुल नहीं दिख रहा है। जिससे परिजन भी काफी परेशान हैं।
सारण में 5 लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी है। जिनका इलाज निजी व सरकारी अस्पताल में जारी है। पलटन महतो का इलाज वैशाली के निजी क्लिनिक में चल रहा है वहीं रविन्द्र गिरी का इलाज मढ़ौरा के एक निजी क्लिनिक में जारी है जबकि मकेर निवासी अंजय सिंह का इलाज सदर अस्पताल छपरा में चल रहा है। रविन्द्र गिरी की पत्नी ने बताया कि उनके पति शराब पीकर आये तो कुछ देर बाद उनके पेट मे दर्द और उल्टी होने लगी। जिसके बाद उन्हें आंखों से दिखना भी बंद हो गया।
जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जबकि अंजय सिंह को शराब पीने के बाद आंख से दिखायी देना पूरी तरह से बंद हो गया है। अंजय सिंह ने बताया कि शराब उन्होंने पी थी। जगदीशपुर जनता बाजार के शराब धंधेबाज मुन्ना महतो से शराब खरीदी थी जिसे पीते वक्त उन्हें कैरोसिन जैसी दुर्गंध महसूस हुई थी। हालांकि पुलिस ने धंधेबाज़ मुन्ना महतो को गिरफ्तार कर लिया है और बताया जा रहा है कि जिस शराब को पीने से लोगों की मौतें हुई थी उसे मुन्ना महतो ने ही बेचा था।
हालांकि की जहरीली शराब से मौत की आशंका पर उच्चस्तरीय जांच शुरू हो गयी है। मामले की जांच का जिम्मा मद्य निषेध आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी और आईजी मद्य निषेध अमृत राज को दी गयी है। विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर मद्य निषेध आयुक्त ने शुक्रवार को घटनास्थल का जायजा लिया। अधिकारियों ने पीड़ित परिवारों से मिलकर घटना की जानकारी ली। गृह विभाग की ओर से भी मामले की जांच की जा रही है। विभागीय सचिव के सेंथिल कुमार भी इस मामले की जांच कर रहे है। इस संबंध में पुलिस- प्रशासन व उत्पाद विभाग के अधिकारियों से भी पूरे मामले की रिपोर्ट मुख्यालय ने तलब की है।