सराहनीय काम कर रहे केके पाठक: मांझी बोले- शिक्षा विभाग को ठीक करने का बीड़ा उठाया तो दिक्कत क्यों हो रही है?

सराहनीय काम कर रहे केके पाठक: मांझी बोले- शिक्षा विभाग को ठीक करने का बीड़ा उठाया तो दिक्कत क्यों हो रही है?

PATNA: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और उनके विभागीय सचिव केके पाठक के बीच चल रहे संग्राम को लेकर बिहार की सियासत गर्म हो गई है और बात महागठबंधन सरकार की सेहत तक जा पहुंची है। इसको लेकर लगातार आरोप और प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। हाल ही में नीतीश का साथ छोड़कर एनडीए में जाने वाले जीतन राम मांझी ने कहा है कि केके पाठक ने शिक्षा विभाग को ठीक करे का बीड़ा उठाया है और अगर वे चीजों को ठीक कर रहे हैं तो इसमें किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए।


हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक और बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि शिक्षा विभाग में चल रहे विवाद के पीछे किसी तरह की कोई राजनीतिक साजिश नहीं है। उन्होंने कहा कि केके पाठक ने शिक्षा विभाग को ठीक करने का बीड़ा उठाया है और वे बहुत ही सराहनीय काम कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अगर काम नहीं होगा तो दिक्कत होगी। बिहार में आज शिक्षा की स्थिति बहुत खराब हो गई है। शहरों में बड़े घरों के बच्चे तो पढ लेते हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब बच्चों नहीं पढ़ पाते हैं, इसलिए केके पाठक गरीबों के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।


वहीं मंत्री रत्नेश सदा द्वारा यह कहने पर कि वे पूर्व मंत्री संतोष सुमन की कुंडली निकाल रहे हैं, इसपर मांझी ने कहा कि रत्नेश सदा कुंडली निकालकर देख लें, हम सबको साधुवाद देते हैं। कुंडली निकलेगी तो हम भी समझेंगे कि हम लोग की कुंडली में क्या है।वहीं महागठबंधन में चल रहे घमासान पर उन्होंने कहा कि वे अब एनडीए में आ गए हैं। ऐसे में चाहेंगे कि महागठबंधन में खटपट हो जाए और टूट हो जाए। वहीं बिहार में अफसरशाही के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि जब से नीतीश कुमार बिहार के सीएम बने हैं तब से अफसरों के अनुसार शासन चला रहे हैं और जनता के लाभ का कम ध्यान देते हैं। 


वहीं राज्य में शराब और बालू नीति पर सवाल उठाते हुए मांझी ने कहा कि शराब नीति में कितने लोगों को जेल भेजा गया। मुख्यमंत्री सभी चीजों को जानकर भी अनजान बने रहते हैं। शराब और बालू के नाम पर बड़े और छोटे अधिकारी करोड़ों रुपया कमा रहे हैं। अफसर पैसा कमा रहो है और जनता जेल में सड़ रही है।