KAIMUR: शराब माफिया से पुलिस की सांठ-गांठ की बात आए दिन उठती रहती है लेकिन इसकी सच्चाई सामने नहीं आ पाती है। लेकिन इस बार कैमूर में सच्चाई निकलकर सामने आई है। उत्पाद अधीक्षक को शराब माफिया से सांठ-गांठ के आरोप में पद से हटा दिया गया है वही छापेमारी टीम में शामिल पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
बता दें कि 7 दिसंबर को कैमूर के मोहनियां चेकपोस्ट से 14 किलोमीटर दूर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की तरफ छज्जुपुर पोखड़ा, थाना-दुर्गावती, मोहनियाँ, कैमूर में मद्यनिषेध टीम पर कथित वाहन जांच के दौरान हमला किये जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद आयुक्त उत्पाद, रजनीश कुमार सिंह ने मुख्यालय स्तर से संयुक्त दल का गठन कर मामले की गहन जांच करवाई। जांच दलने प्रथम दृष्टया पाया कि कैमूर के मद्यनिषेध जाँच टीम द्वारा ऐसे कृत्य किये गये है, जो उनके आचरण एवं कार्यकलाप को संदेह में लाता हैं।
पूरे मामले की समीक्षा के बाद आयुक्त उत्पाद, रजनीश कुमार सिंह ने वहाँ के प्रभारी अधीक्षक मद्यनिषेध, शैलेन्द्र कुमार को कर्त्तव्य में लापरवाही एवं दोषी कर्मियों को बचाने और मुख्यालय को भ्रामक प्रतिवेदन भेजने के आरोप में पद से हटा दिया। वही कैमूर के छापेमारी दल में शामिल दो सहायक अवर निरीक्षक रामानन्द प्रसाद, संजय कुमार सिंह, मद्यनिषेध सिपाही अनिल कुमार पासवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इन सभी पर स्थानीय तस्करों से मिली भगत का आरोप है। शैलेन्द्र कुमार, प्रभारी अधीक्षक मद्यनिषेध से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वही आयुक्त उत्पाद ने सभी मद्यनिषेध कर्मियों को अपना कार्य पूरी ईमानदारी के साथ करने का निर्देश दिया। यह भी कहा गया है कि तस्करों से मिलीभगत करने वाले एवं मद्यनिषेध कानून लागू करने में आम लोगों को अनावश्यक परेशान करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।