SUPAUL: बिहार में 7 साल से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है इसके बावजूद ना तो शराब पीने वाले सुधरने का नाम ले रहे है और ना ही शराब बेचने वाले ही अपनी हरकतों से बाज आ रहे हैं। जहरीली शराब पीने से लोगों की जान भी जा रही है। इसके बावजूद लोग इसे हाथ लगाते हैं और असमय काल के गाल में समा जाते है। ताजा मामला बिहार के सुपौल जिले का है जहां शराब पीने से राघोपुर निवासी एक आदिवासी युवक की मौत हो गयी है।
सदर अस्पताल के डॉक्टर ने शराब पीने की बात की पुष्टि कर दी है। तबीयत बिगड़ने के बाद रणधीर उरांव को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गयी है। आदिवासी समाज से आने वाले रणधीर उरांव की मौत की खबर मिलने के परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मामला सुपौल के प्रतापगंज थाना क्षेत्र के टेकुना पंचायत का है। घटना के संबंध में मृतक के भाई ने बताया कि बीते सोमवार की रात रणधीर ने शराब पी ली थी। अगले दिन सुबह उसकी तबीयत बिगड़ गयी। उल्टी और दस्त होने के बाद पहले पास के क्लिनिक में दिखाया गया। लेकिन जब तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी तब उन्हें राघोपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत गंभीर होने के बाद वहां के डॉक्टरों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
सदर अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। सुपौल सदर अस्पताल के डॉक्टर विमल ने बताया कि ज्यादा शराब पीने की वजह से उसकी मौत हुई है। डॉ. विमल ने बताया कि युवक को मृत अवस्था में ही सदर अस्पताल लाया गया था। आदिवासी युवक की शराब पीने से मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को इस बात की सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और उसे पोस्मार्टम के लिए भेज आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।