शराब रोकने के नाम पर सरकारी खजाने से अंधाधुंध खर्च: नीतीश ने पटना में 4 नया मद्यनिषेध एवं उत्पाद क्षेत्र खोलने का फैसला लिया

शराब रोकने के नाम पर सरकारी खजाने से अंधाधुंध खर्च: नीतीश ने पटना में 4 नया मद्यनिषेध एवं उत्पाद क्षेत्र खोलने का फैसला लिया

PATNA: बिहार में शराब रोकने के नाम सरकारी खजाने से अंधाधुंध खर्च का सिलसिला तेज हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में शराब की सप्लाई रोकने का खास निर्देश दिया है. लिहाजा राज्य सरकार ने एक बार फिर करोड़ो रूपये खर्च कर पटना जिले में चार नये मद्यनिषेध कार्यालय खोलने का फैसला लिया है. इन दफ्तरों में खास टीम तैनात की जायेगी जो शराब के निर्माण से लेकर सप्लाई तक को रोकेगी।


नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया. सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नीतीश कुमार की शराबबंदी की नीति के सफल कार्यान्वयन के लिए पटना जिले को चार भागों में बांटा गया है पटना को बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज और दानापुर क्षेत्र में बांट कर उन्हें मद्यनिषेध एवं उत्पाद क्षेत्र बनाया गया है. राज्य सरकार के मुताबिक इन चारों क्षेत्र में शराबबंदी लागू करने के लिए कार्यालय खोले जायेंगे और 136 लोगों की टीम तैनात की जायेगी।


राज्य सरकार ने कहा है कि पटना के इन चार इलाकों में मद्यनिषेध कार्यालय खुलने के बाद बाढ,मसौढी, पालीगंज और दानापुर के दुर्गम दियारा क्षेत्रों में मद्यनिषेध एवं उत्पाद विभाग का तंत्र मजबूत होगा औऱ शराबबंदी की नीति को सही तरीके से लागू कराया जा सकेगा. अब तक उत्पाद विभाग का जिला कार्यालय पटना में था और यहीं से पूरे जिले में शराबबंदी के लिए कार्रवाई की जा रही थी. लेकिन सरकार ने अब पटना के चार नये जगहों पर मद्यनिषेध और उत्पाद विभाग का ऑफिस खोल कर पूरी टीम तैनात करने का फैसला लिया है।