कैदी की मौत के बाद हंगामा, थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग

कैदी की मौत के बाद हंगामा, थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग

PATNA: एक कैदी की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने पटना-मसौढ़ी रोड को घंटों जाम कर दिया और जमकर हंगामा मचाया। आक्रोशित लोग धनरुआ थाना प्रभारी पर हत्या का केस दर्ज करने और गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग कर रहे थे। लोगों के इस हंगामे के बाद यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। घंटों गाड़ियां जाम में फंसी रही और लोग परेशान रहे। 


दरअसल धनरुआ थाना क्षेत्र के सांडा गांव के अशोक मांझी को 15 फरवरी को पुलिस ने पकड़ा था। शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार अशोक मांझी की पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी। जिसके बाद फुलवारी जेल उसे भेजा गया था। जेल जाने के बाद ही उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी जिसके बाद अशोक मांझी को पीएमसीएच में एडमिट कराया गया था। पीएमसीएच में इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गयी। 


घटना की सूचना जैसे ही  सांडा गांव के लोगों को मिली वे सड़क पर उतरकर हंगामा करने लगे। पटना-मसौढ़ी रोड को जाम कर दिया जिससे यातायात बुरी तरह से बाधित हो गया। जिससे कई किलोमीटर तक सैकड़ों गाड़ियां जाम में फंसी रही और लोग हलकान रहे। आक्रोशित लोग धनरुआ थाना प्रभारी पर हत्या का केस दर्ज करने और गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग कर रहे थे। 


मौके पर पहुंचे फुलवारीशरीफ के विधायक गोपाल रविदास ने आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि धनरूआ पुलिस ने शराब पीने के आरोप में अशोक मांझी को गिरफ्तार करने के बाद उसकी जमकर पिटाई की थी। अशोक के तीन छोटे-छोटे मासूम बच्चे हैं और अब उनका लालन-पालन करने वाला कोई नहीं है। विधायक गोपाल रविदास ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया है।


वही फुलवारी कैंप जेल के अधीक्षक लालबाबू सिंह का कहना है कि 17 फरवरी को अशोक मांझी को जेल भेजा गया था। 19 फरवरी को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसे पीएमसीएच भेजा गया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कैदी की मौत की सूचना परिजनों को दी गई और शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। 


लोगों द्वारा पुलिस पर पिटाई करने के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए धनरूआ थाना प्रभारी दीनानाथ ने कहा कि अशोक मांझी की मौत इलाज के दौरान पीएमसीएच में हो हुई है। पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात बिलकुल गलत है।