शराब पकड़ने के लिए अब नीतीश कुमार ने उड़वाया हेलीकॉप्टर: हवा में लाखों रूपये उड़ाकर ढूंढे जायेंगे दारू के ठिकाने

शराब पकड़ने के लिए अब नीतीश कुमार ने उड़वाया हेलीकॉप्टर: हवा में लाखों रूपये उड़ाकर ढूंढे जायेंगे दारू के ठिकाने

PATNA: बिहार में शराब पकड़ने के लिए राज्य की पूरी पुलिस लगी है. शराब ढ़ूढ़ने के लिए खोजी कुत्ते ट्रेंड करवा कर मंगवाये गये हैं. सरकार ड्रोन उड़ाकर शराब के ठिकाने तलाश रही है. लेकिन फिर भी शराब नहीं रूकी तो नया उपाय ढूंढा गया है. सरकार ने आज शराब के अड्डों को तलाशने के लिए हेलीकॉप्टर उड़वाया. पुलिस औऱ उत्पाद विभाग के अधिकारी हेलीकॉप्टर पर सवार होकर शराब ढ़ूढ़ने निकले. सरकार अब नियमित तौर पर हेलीकॉप्टर उड़ा कर शराबियों का पता ठिकाना तलाशेगी।


पटना एयरपोर्ट से आज उत्पाद विभाग के अधिकारी हेलीकॉप्टर पर सवार होकर शराब ढूंढ़ने निकले. एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर उड़ा औऱ गंगा नदी के किनारे पहुंचा. फिर दियारा के इलाके में उसे कम ऊंचाई पर उड़ाकर शराब के ठिकाने तलाशे गये. उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने पटना से लेकर सारण और वैशाली जिले में आने वाले गंगा नदी के दियारा इलाकों में हेलीकॉप्टर से शराब के कारोबारियों की तलाश की. 


नीतीश ने दी शाबासी

उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज भागलपुर में समाज सुधार यात्रा पर निकले थे. शाम में जब वे पटना हवाई अड्डे पर उतरे तो उत्पाद विभाग के अधिकारी उनका इंतजार कर रहे थे. उत्पाद विभाग के अधिकारियो ने पटना एय़रपोर्ट पर ही नीतीश कुमार को अपने नये मुहिम की जानकारी दी. मुख्यमंत्री को बताया गया कि हेलीकॉप्टर उड़ाने से शराब कारोबारियों में हड़कंप मच गया है. दियारा इलाके में कुछ शराब के अड्डों की पहचान की गयी. हेलीकॉप्टर को देखकर वहां से लोग भागने लगे. नीतीश कुमार ने उत्पाद विभाग की इस कार्रवाई पर अधिकारियों को शाबासी दी.


शराब के पीछे कितने रूपये उडाये जायेंगे

हम आपको बता दें कि शराब पक़ड़ने के लिए सरकार ने हेलीकॉप्टर किराये पर लिया. हेलीकॉप्टर का एक दिन का किराया लाखों में होता है. हेलीकॉप्टर की एक घंटे की उडान पर लगभग एक लाख रूपये का किराया चुकाना पड़ता है. सरकार शराब के लिए फिर लाखों रूपये खर्च करेगी. इससे पहले राज्य सरकार ने सभी जिलों को ड्रोन दिये हैं. जिलों में शराब पकड़ने के लिए ट्रेंड कुत्ते भेजे गये हैं. सरकार ने खोजी कुत्तों की खरीद कर लाखों रूपये खर्च कर उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग दिलवायी है. 


बिहार सरकार का उत्पाद विभाग शराब पकड़ने के लिए ब्रेथ एनालाइजर से लेकर दूसरे संसाधनों की ताबड़तोड़ खरीद कर रहा है. उत्पाद विभाग में बड़े पैमाने पर बहाली की जा रही है. सूबे का पूरा पुलिस तंत्र शराब पकड़ने में लगा है. सरकार शराब पकड़ने के नाम पर किये जा रहे खर्च का हिसाब नहीं दे रही लेकिन पूरा खर्च करोड़ों में है.