सांसद रामकृपाल यादव की केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मानी बात, अब बिहार सरकार की बारी

सांसद रामकृपाल यादव की केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मानी बात, अब बिहार सरकार की बारी

PATNA : पटना के पाटलीपुत्र संसदीय क्षेत्र से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान से किसानों के हित में गुहार लगायी है जिसे मंत्री महोदय ने स्वीकार कर लिया है। अब बारी बिहार सरकार की है।


सांसद रामकृपाल यादव ने बिहार के किसानों के हक में केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होनें किसानों के हित में लॉकडाउन को देखते हुए धान अधिप्राप्ति की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। उन्होनें पत्र के माध्यम से केन्द्रीय मंत्री को जानकारी दी है कि  बिहार सरकार द्वारा पैक्सों के माध्यम से 31 मार्च 2020 तक धान की अधिप्राप्ति समय सीमा तय की थी। परंतु किसानों द्वारा बताया गया है की 31 मार्च 2020 के पहले ही पटना ज़िला के धान की अधिप्राप्ति एप को बंद कर दिया गया है। जिसके कारण किसानों में काफी रोष है। पता चला है कि पूरे बिहार में किसानों की भी यही स्थिति है। अभी पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना से जंग लड़ रहा है। जिसके कारण पूरे देश में लॉक डाउन है। लॉक डाउन को देखते हुए धान अधिप्राप्ति की समय सीमा को 31 मार्च 2020 से बढ़ा कर 30 अप्रैल 2020 तक करने की नितांत आवश्यकता है।


सांसद रामकृपाल यादव ने बताया कि मेरे द्वारा भेजे गये अनुरोध पत्र को केन्द्रीय मंत्री ने स्वीकार कर लिया है जिसके लिए मैं उन्हें बिहार के किसानों की तरफ से बधाई देना चाहता हूं। साथ ही उन्होनें बताय़ा कि इस विषय में केन्द्रीय मंत्री के आश्वासन के बाद उन्होनें बिहार सरकार के खाद्य और उपभोक्ता सरंक्षण मंत्री मदन सहनी और सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह से धान अधिप्राप्ति की समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध पत्र भारत सरकार को जल्द से जल्द भेजने का आग्रह किया है।


बता दें कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 27 मार्च 2020 को अधिसूचना जारी कर धान अधिप्राप्ति में लगी एजेंसियों, कृषि और सहायक कृषि कार्यों, फ़र्टिलाइज़र, कीटनाशक और बीज उत्पादन में लगे इकाईयों आदि को लॉक डाउन से मुक्त कर दिया है।