संसद में सोनिया गांधी ने उठाया मामला, CBSE ने मानी गलती, विवादित प्रश्न के मिलेंगे छात्रों को पूरे मार्क्स

संसद में सोनिया गांधी ने उठाया मामला, CBSE ने मानी गलती, विवादित प्रश्न के मिलेंगे छात्रों को पूरे मार्क्स

DESK: 11 दिसंबर को सीबीएसई ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें इंग्लिश पेपर की परीक्षा में पूछे गये आपत्तिजनक सवाल को सीबीएसई ने हटा दिया है। सीबीएसई ने कहा कि परीक्षा में पूछे गये सवाल हमारी गाइडलाइन के मुताबिक नहीं था। जिस पर कई सवाल खड़े होने के बाद इसे कमेटी के पास भेजा गया। जिसके बाद कमेटी ने इस विवादित प्रश्न को और सभी छात्रों को इस प्रश्न के पूरे नंबर देने का फैसला लिया है।  


बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा में आज CBSE की परीक्षा में पूछे गए आपत्तिजनक सवालों को तुरंत हटाने की मांग की और इसकी समीक्षा किए जाने की बात कही। सोनिया ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय और CBSE को माफीनामा जारी करना चाहिए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आगे ऐसी गलती दोबारा न हो। इससे पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर सरकार को घेरने का काम किया था। 


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा था कि यह सवाल 'जेंडर स्टीरियोटाइप' को बढ़ावा देने वाला है। प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा कि ‘अविश्वसनीय! हम बच्चों को क्या बकवास सिखा रहे हैं? इसके अलावा प्रियंका ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या बीजेपी सरकार महिलाओं के खिलाफ ऐसे विचारों का समर्थन करती है, अगर नहीं तो ऐसे सवालों को CBSE के क्वेश्चन पेपर में क्यों शामिल किया गया है। '


दरअसल बीते शनिवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं की अंग्रेजी विषय की परीक्षा आयोजित की थी। वहीं परीक्षा में पूछे जाने वाले कुछ सवालों पर कई लोगों ने नाराजगी जताई है। इन सवालों को जेंडर स्टीरियोटाइप और महिला विरोधी माना जा रहा है। सवाल के एक लाइन में महिलाओं के लिए कहा गया है कि वो अपनी ही दुनिया में रहतीं है। 


जबकि दूसरे लाइन में कहा गया कि आजकल की मॉडर्न महिलाएं अपने पति की बात नहीं मानती हैं। इसके अलावा एक औऱ लाइन पर लोगों ने काफी आपत्ति जताई है जिसमें कहा गया है कि बीसवीं सदी में बच्चे कम हो गए हैं जिसका कारण नारीवादी विद्रोह है। लोकसभा में आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी ने CBSE की परीक्षा में पूछे गए आपत्तिजनक सवालों को तुरंत हटाने की मांग की। जिसके बाद सीबीएसई ने इस सवाल को हटाने और इस पैसेज के लिए सभी छात्रों को पूरा नंबर देने का निर्णय लिया है।