DELHI: लोकसभा में आज दिल्ली सेवा बिल पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को आइना दिखाया. दरअसल इस बिल पर चर्चा के दौरान ललन सिंह ने कहा था कि लोकतंत्र में सबसे बड़ा चीज लोक-लाज होता है. लोक-लाज से लोकतंत्र चलता है. अमित शाह ने जवाब दिया-आप लोक-लाज की बात मत करिये, आपके मुंह से ये शब्द अच्छा नहीं लगता.
बता दें कि, दिल्ली सेवा बिल वह विधेयक है, जिसके पास होने पर दिल्ली सरकार को अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार देने वाला सुप्रीम कोर्ट का आदेश रद्द हो जायेगा. फिलहाल केंद्र सरकार ने अध्यादेश के जरिये इस पर रोक लगा रखी है, लेकिन अब संसद में इसे विधेयक के तौर पर पेश किया गया है. लोकसभा में आज इसी मसले पर चर्चा हुई और इस बिल को पास कर दिया गया.
ललन सिंह ने लोकलाज की याद दिलायी
केंद्र सरकार के इस बिल का विरोध करते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्र सरकार को लोकलाज की याद दिलायी. ललन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने सारे लोकलाज को ताक पर रखकर ये बिल लाया है. वह लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार दिल्ली में बैक डोर से राज करना चाहती है. तभी सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी रद्द करने के लिए अध्यादेश जारी किया और फिर संसद में बिल ले आयी है.
अमित शाह बोले-आप मत बोलिये
बाद में इस बिल पर हुई बहस का जवाब देते हुए अमित शाह ने ललन सिंह को जवाब दिया. अमित शाह ने कहा कि ललन सिंह ने बोला है कि लोकलाज होनी चाहिये. राजीव रंजन जी (ललन सिंह) आप तो लोकलाज की बात मत ही बोलिये. क्योंकि जिस चारा घोटाला को लेकर जनता के सामने गये थे, आज चारा घोटाला करने वालों के साथ बैठे हैं. फिर से गठबंधन किया है. लोकलाज आपके मुंह में अच्छा नहीं लगता.
अमित शाह ने कहा कि जेडीयू का जन्म ही आरजेडी का विरोध करने के लिए हुआ. जनता दल को तोड़ दिया गया. वही जेडीयू आज राष्ट्रीय जनता दल के साथ सत्ता में है. ये सब इसलिए क्योंकि बीजेपी को रोका जा सके. अमित शाह ने कहा कि बीजेपी के डर से राज्यों में आपस में लड़ रही पार्टियां एक साथ आकर गठबंधन बना रही हैं. लेकिन इससे बीजेपी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.