NEW DELHI : संसद का मानसून सत्र कल यानी 20 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस बार का मानसून सत्र नए संसद भवन में होना है। इस सत्र के शुरू होने से पहले आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए एकसाथ चर्चा की जाएगी। यह बैठक संसद के मानसून सत्र की पूर्वसंध्या पर दोपहर 3 बजे संसदीय ग्रंथालय भवन में बुलाई गई है। इस बैठक में दोनों सदनों के मेंबर एक साथ मौजूद रहेंगे। संसद के मानसून सत्र की शुरुआत 20 जुलाई को होगी और यह 11 अगस्त तक चलेगा।
दरअसल, इस बार मानसून सत्र में दोनों सदनों की कुल 17 बैठकें प्रस्तावित हैं। इस सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। एक ओर जहां सत्ता पक्ष महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने का प्रयास करेगा। वहीं, दूसरी ओर विपक्ष मणिपुर हिंसा, रेल सुरक्षा, महंगाई और अडाणी मामले पर जेपीसी गठित करने की मांग समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा।
वहीं, संसद के मानसूत्र सत्र या 17वीं लोकसभा के 12वें सत्र के दौरान लिए जाने वाले सरकारी कार्यों की संभावित सूची में 21 नए विधेयकों को पेश व पारित करने के लिए शामिल किया गया है। इसमें दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सरकार संशोधन विधेयक 2023 भी शामिल है। यह विधेयक संबंधित अध्यादेश का स्थान लेने के लिए पेश किया जाएगा। आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साध रही है।
इधर, इस बैठक में महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने हैं। ऐसे में देखना है कि इस बार जो विधेयक सदन की पटल पर पेश किए जाएंगे उसका समर्थन विपक्ष कर पाती है। वहीं, हाल में कांग्रेस पार्टी की संसदीय रणनीति समूह की बैठक में सत्र के दौरान मणिपुर हिंसा, रेल सुरक्षा, संघीय ढांचे पर कथित आक्रमण, जीएसटी को पीएमएलए के दायरे में लाने और महंगाई पर चर्चा कराने की मांग उठाने पर जोर देने की बात कही गई थी।