Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Bihar News: बिहार में सबसे सस्ता गोल्ड रेट और मेकिंग चार्ज लेकर आया श्री हरी ज्वेलर्स, मौका कहीं छूट न जाए Bihar News: बिहार में सबसे सस्ता गोल्ड रेट और मेकिंग चार्ज लेकर आया श्री हरी ज्वेलर्स, मौका कहीं छूट न जाए Patna News: पटना में यहां मिल रहा खादी के कपड़ों पर आकर्षक डिस्काउंट, खरीदने के लिए उमड़ रही भारी भीड़ Patna News: पटना में यहां मिल रहा खादी के कपड़ों पर आकर्षक डिस्काउंट, खरीदने के लिए उमड़ रही भारी भीड़ 'हाकिम' पहुंचे थे ब्लॉक ऑफिस की जांच करने, वहां तो 'करप्शन' वाली 'डायरी' ही मिल गई ! किससे कितना माल लिया और कितना बकाया है...BDO साहब की तो पोल ही खुल गई Bihar Education News: बिहार के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन, शिक्षा विभाग ने सभी DEO को जारी किया आदेश
1st Bihar Published by: RAMESH SHANKAR Updated Tue, 23 Nov 2021 02:28:48 PM IST
- फ़ोटो
SAMASTIPUR: इस वक्त समस्तीपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए समस्तीपुर के मथुरापुर ओपी थानाध्यक्ष संजय कुमार और वारिसनगर के सीओ संतोष कुमार को घुस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. वहीं जानकारी के मुताबिक वही पर मौजूद दो अफसर निगरानी के गिरफ्त से बच कर निकल जाने में सफल हो गए है.
बताया जाता है कि थानाध्यक्ष 25000 और अंचलाधिकारी 20000 रुपया इस मामले की फरियादी पीड़िता मंजू देवी से रिश्वत के रूप में मांग रहे थे. जिसकी शिकायत पहले से ही निगरानी को दे दी गई थी. निगरानी की टीम ने दो अलग अलग टीम बनाकर थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. जिले में यह कोई पहला मामला नहीं है पूर्व में भी कई कर्मचारी निगरानी के हत्थे चढ़े हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक मंजू देवी का पारिवारिक सम्पत्ति के जमीनी विवाद का मामला वारिसनगर अंचलाधिकारी और मथुरापुर ओपी के जनता दरबार में संयुक्त रूप से चल रहा था. इसके रिपोर्ट के लिए दोनों अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी. इस गिरफ्तारी से भ्रष्ट अधिकारियों औऱ कर्मियों में हड़कंप मच गया है.
निगरानी की टीम दोनों गिरफ्तार अधिकारी को साथ लेकर समस्तीपुर से निकल गयी है. निगरानी विभाग की इस कार्रवाई के बाद से अन्य कर्मचारियों में अफरा-तफरी मची हुई है.