GOPALGANJ: आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के गोपालगंज दौरे की एक वीडियो ने बिहार में सियासी घमासान मचा रखा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि गोपालगंज के डीएसपी लालू यादव के लिए छाता लगाकर उनके साथ चल रहे हैं. लालू प्रसाद यादव कई आपराधिक मामलों में कोर्ट द्वारा अपराधी घोषित किये जा चुके हैं और उन्हें सजा सुनायी जा चुकी है. सजायाफ्ता लालू यादव को छाता लगाने वाले डीएसपी को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं. सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं छाता लगाने वाले डीएसपी लालू यादव के बेहद करीबी एक बालू कारोबारी के दामाद हैं. इस मामले में अब डीएसपी की सफाई सामने आयी है.
डीएसपी की सफाई
गोपालगंज के हथुवा डीएसपी अनुराग कुमार ने मीडिया के सामने अपनी सफाई दी है. अनुराग कुमार ने कहा है कि गोपालगंज के डीएम और एसपी ने लालू यादव की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया था. इसलिए लालू यादव के दौरे के समय मैं पुलिस बल के साथ वहां तैनात था. लेकिन वहां तेज बारिश होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था सही नहीं हो पायी लेकिन हमलोगों ने पर्याप्त सुरक्षा देने की कोशिश की.
हथियार की सुरक्षा के लिए लगाया था छाता
डीएसपी अनुराग कुमार ने लालू यादव को छाता लगाने का एक साथ कई कारण गिना दिये. मीडिया से बात करते हुए पहले अनुराग कुमार ने कहा कि लालू यादव को छाता लगाने का आरोप बिल्कुल निराधार है. वहां इतनी तेज बारिश हो रही थी. मेरे पास हथियार था. मैं शुरू से ही अपनी सुरक्षा के लिए छाता लिये हुआ था. डीएसपी ने फिर मानवता की दुहाई दी. अनुराग कुमार ने कहा-आगे आगे लोग थे. मानवता के आधार पर और चूकि और लोगों का सेक्युरिटी हमको देखना था. इसलिए हम लालू यादव के साथ साथ चल रहे थे. इसी को निगेटिव खबर बना कर लोग चला रहे हैं. एसपी अनुराग कुमार ने कहा कि मैंने गुडफेथ में काम किया है. कानून सम्मत काम किया है. मेरी मंशा ठीक थी.
बता दें कि गोपालगंज गये लालू यादव आज प्रसिद्ध थावे मंदिर गये थे. उस दौरान हल्की बारिश हो रही थी. लालू के थावे दौरे की वीडियो सामने आयी है जिसमें गोपालगंज के हथुवा डीएसपी अनुराग कुमार लालू यादव के लिए छाता लगा कर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके बाद बीजेपी ने इसे लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोल दिया है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि लालू जब मुख्यमंत्री थे तब आईएएस अधिकारी उनका पीकदान उठाया करते थे. अब तो गनीमत है कि एसडीपीओ साहब लालू के लिये छाता उठाकर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश जी का यही सुशासन है? नीतीश जी ऐसे एसडीपीओ पर कार्रवाई करने की हिम्मत दिखायेंगे? बीजेपी ने ट्विट कर कहा है कि बिहार में अपराधी पिस्तौल लेकर और पुलिस कप्तान छाता लेकर घूम रहे हैं. कभी अधिकारियों से खैनी रगड़वाने वाले लालू जी के पीछे DSP रैंक का अधिकारी छाता लेकर घूम रहा है. पैरोल पर बाहर निकले लालू प्रसाद जी को VVIP ट्रीटमेंट देने में महाठगबंधन सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सोचिए जब जनता के सेवक छाता ढोने में लग जाएं तो आमजन की क्या हालत होगी?