सहजानन्द सरस्वती की पुण्यतिथि पर बोले डिप्टी सीएम, सहजानन्द की प्रासंगिकता कल भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी

सहजानन्द सरस्वती की पुण्यतिथि पर बोले डिप्टी सीएम, सहजानन्द की प्रासंगिकता कल भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी

PATNA: पटना के आईएमए हॉल में महान किसान नेता स्वामी सहजानन्द सरस्वती की 72वां पुण्यतिथि मनायी गयी। स्वामी सहजानन्द किसान वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बीजेपी नेता रविंद्र रंजन की अध्यक्षता में पुण्यतिथि समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने किया। इस मौके पर तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि केंद्र में 2014 से ही किसानों की हितैषी सरकार है। इसी का परिणाम है कि किसान अब खुशहाली की राह पर बढ़ चलें हैं और गाँव में भी खुशहाली आयी है। वर्तमान सरकार अब तक की किसानों के प्रति सबसे संवेदनशील और जवाबदेह सरकारों में से एक हैं। भाजपा सहजानन्द के विचारों का सम्मान के साथ उसमें विश्वास भी करती है।


वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि सहजानन्द राष्ट्रवादी विचारधारा के नेता थे और भाजपा उनके विचारों को सम्मान भाजपा करती है और उस पर सतत चलने का प्रयास करती है। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने सहजानन्द को सर्वसमाज का नायक बताते हुये कहा कि उन्हें किसी जाति या वर्ग विशेष में नहीं समेटा जा सकता है, वे अपने युग धर्म के अवतार थे जिस कारण उस समय के बड़े क्रांतिकारी नेता उनके समक्ष नतमस्तक रहते थे। मुख्य वक्ता की हैसियत से बोलते हुए कृषि मंत्री श्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सहजानन्द के विचारों पर चल कर ही बिहार का विकास हो सकता है। वे सामाजिक न्याय के प्रथम उद्घोषक एवं संगठिक किसान आंदोलन के जनक और संचालक थे।


वही पूर्व केंद्रीय मंत्री,पद्मश्री डॉ. सी. पी. ठाकुर ने स्वामी जी को अपना प्रेरणा श्रोत बताया उन्होंने कहा कि वे ऐसे धुनी व्यक्ति थे जो ठान लिए उसे पूर्ण कर के दम लेते थे। सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि मेरे लिए गर्व की बात है की उनका बिहाटा स्थित सीता राम आश्रम मेरे संसदीय क्षेत्र में है। विधान पार्षद डॉ. संजय पासवान ने उन्हें दलितों का सन्यासी बताया। IMA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सजहानन्द प्र० सिंह ने कहा कि एक भगवा धारी स्वामी सहजानंद का किसानों से वैसा ही सम्बंध था जैसा एक पिता और पुत्र का होता है। संस्कार भारती उत्तर बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष श्री संजीव शर्मा ने उन्हें आधुनिक भारत का युग पुरुष बताया।


समारोह में स्वागत भाषण स्वामी सहजानन्द किसान वाहिनी के राष्ट्रीय संयोजक जीवन कुमार ने और धन्यवाद ज्ञापन आशीष रंजन उर्फ बबलू पांडेय ने किया। इस अवसर पर डॉ दिलीप कुमार द्वारा सम्पादित स्वामी सहजानन्द के कृतित्व और व्यक्तित्व पर आधारित स्मारिका के ७वें अंक का लोकार्पण किया गया तथा विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोगों को स्वामी सहजानन्द सम्मान से नवाजा गया।


राष्ट्रीय संजोजक जीवन कुमार को कहा कि स्वामी सहजानंद के किसान संगठन के  दबाव में आकर  देश में पहली बार  बिहार के मुख्यमंत्री कृष्ण बाबू के कैबिनेट ने जमींदारी प्रथा का उन्मूलन कर बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में किसानों के हित में एक बड़ा संदेश देने का काम किया ।