PATNA: मोहम्मद शहाबुद्दीन के निधन के बाद उनकी RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई। कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उनके शव को दफनाने से रोक दिया गया। शहाबुद्दीन के परिजनों ने उनकी मौत में बड़ी साजिश होने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में जाने का ऐलान किया। वही अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस मामले की न्यायिक जांच कराने और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराने की मांग की है।
मांझी ने पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार से आग्रह किया कि वे सीवान के पूर्व सांसद सैयद शहाबुद्दीन के निधन की न्यायिक जांच कराएं। शहाबुद्दीन का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाए।
शहाबुद्दीन 2004 में दोहरे हत्याकांड में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे थे। तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल के अनुसार शहाबुद्दीन 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाए गए थे और उसके बाद उन्हें डीडीयू अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां इलाज के दौरान निधन हो गया।