PATNA: बिहार के एक सरकारी दफ्तर में काम करने वाली महिला ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भेजकर शिकायत की है. महिला ने लिखा है-हमारे ऑफिस के साहब कहते हैं कि टाइट जींस और टीशर्ट पहन कर ऑफिस आओ. तुम पूरे कपड़े पहन कर आती हो तो अच्छा नहीं लगता है. महिला की शिकायत के बाद खलबली मची है. आनन फानन में जांच शुरू कर दी गयी है.
गया का है मामला
ये मामला गया जिले का है. खुद को गया के पंचायती राज पदाधिकारी के दफ्तर में काम करने वाली एक महिला ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा है. पत्र में महिला ने लिखा है कि वह जिला पंचायती राज पदाधिकारी के यौन शोषण से त्रस्त हो चुकी है. महिला ने अपनी आपबीती लिखी है-जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने एक दिन मुझे अपने चेंबर में बुलाया. उनका चेंबर काले शीशे वाला है यानि अंदर जो होता है वह बाहर नहीं दिखता है.
चेंबर में बुलाकर दबोच लिया
महिला ने लिखा है-उस दिन जब साहब ने मुझे चेंबर में बुलाया तो वहां पहले से उनका ड्राइवर मौजूद था. मेरे वहां जाते ही साहब ने ड्राइवर को वहां से बाहर भेज दिया. फिर वे मुझे लैपटॉप का बहाना बनाकर डांटने लगे. उनकी डांट सुनकर मैं रोने लगी. उसके बाद साहब मुझे सांत्वना देने के बहाने पास आये और मुझे पकड़ लिया. उनकी गलत नियत देखकर मैं भागने लगी तो उन्होंने पीछे से मुझे कस कर पकड़ लिया.
महिला ने अपने शिकायत में लिखा है कि पंचायती राज पदाधिकारी ने उससे कहा कि वह पूरे कपड़े पहन कर ऑफिस आती है तो अच्छा नहीं लगता है. इसलिए वह ऑफिस में टाइट जींस और टी शर्ट पहन कर आय़ा करे. युवती ने कहा कि उसने जब मना किया तो पंचायती राज पदाधिकारी ने कहा कि प्लीज मेरी खातिर ऐसी ही ड्रेस पहन कर ऑफिस आओ. मुझे अच्छा लगता है.
जांच शुरू लेकिन चौंकाने वाले तथ्य आये
सीएम को भेजी गयी शिकायत गया के डीएम डॉ त्यागराजन के पास भी पहुंची है. डीएम ने तत्काल डीडीसी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच करने औऱ 48 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा है. लेकिन जांच में चौंकाने वाली बात सामने आय़ी है. जांच दल को जिला पंचायती राज कार्यालय में उस नाम की कोई महिला नहीं मिली है, जिसके नाम से शिकायत सीएम के पास पहुंची है. लिहाजा उस दफ्तर में काम करने वाली सारी महिलाओं की सूची मांगी गयी है. जांच दल ने कहा है कि उसे पूरे मामले की विस्तृत जांच के लिए थोडा और वक्त चाहिये.
उधर जिला पंचायती राज पदाधिकारी रानीजव कुमार ने कहा कि उन्हें बदनाम करने की नियत से फर्जी शिकायती पत्र भेजा गया है. जिस नाम से शिकायत भेजी गयी है वैसी कोई महिला उनके कार्यालय में काम ही नहीं करती.