SASARAM: सगाई के छह महीने बाद जब लड़के की सौतेली मां दहेज की मांग करने लगी और शादी तोड़ने पर अड़ गयी तब ग्रामीणों की पहल पर मंदिर में दोनों की शादी करवा दी गयी। शादी के दौरान वर-वधू के परिवारवाले और भारी संख्या में गांव के लोग मंदिर में मौजूद थे। शादी के बाद मौजूद लोगों ने दोनों को आशीर्वाद दिया और खुशहाल जीवन की कामना की।
मामला सासाराम अनुमंडल के करगहर का है जहां कोचस के बलथरी गांव निवासी राकेश गुप्ता की सगाई छह माह पहले सासाराम की सोनी के साथ हुई थी। सगाई के 6 माह बाद शादी की कोई सुगबुगाहट ना होता देख लड़का और लड़की दोनों परेशान रहने लगे। दोनों के सामने यह सवाल उठने लगा कि आखिर क्या कारण है कि शादी की बात परिवार वाले नहीं कर रहे है।
वही इस दौरान लड़की के पिता का भी निधन हो गया। जिसके बाद लड़की की आर्थिक हालत खराब हो गयी। जिसके बाद लड़की अपनी मां के साथ मजदूरी करने लगी और किसी तरह परिवार का भरण पोषण करने लगी। जब लड़के को यह मालूम हुआ कि सोनी करगहर में एक शादी समारोह में मां के साथ खाना बनाने पहुंची हुई है।
इस बात की खबर किसी ने लड़के के सौतेली मां और पिता फुलवास साह को भी दे दी। फिर क्या था लड़का का पूरा परिवार मौके पर पहुंच गया और लड़की और उसकी विधवा मां के साथ बदसलूकी करने लगा। यह सब कुछ वहां मौजूद गांव वाले देख रहे थे कि कैसे दहेज के लिए लड़के की सौतेली मां शादी करने से इनकार कर रही है।
दहेज के लिए किसी बेटी की शादी रुक जाए यह बात गांव वालों को मंजूर नहीं था। फिर क्या था लखनपूरा गांव के लोगों ने गांव के ही मंदिर में दोनों परिवार की सहमति से शादी करायी गयी। इलाके के लोग इस शादी से खुश है वही दोनों वर-वधू भी इस शादी से बहुत खुश है। ग्रामीणों की पहल पर दोनों परिवार के लोगों को शादी के लिए तैयार किया गया जिसके बाद दोनों की शादी गांव के मंदिर में धूमधाम के साथ करायी गयी।