सदन में जवाब देने से भाग रही सरकार: तेजस्वी से इस्तीफे की मांग पर अड़ी बीजेपी, शिक्षकों को लेकर कही ये बात

सदन में जवाब देने से भाग रही सरकार: तेजस्वी से इस्तीफे की मांग पर अड़ी बीजेपी, शिक्षकों को लेकर कही ये बात

PATNA: तेजस्वी यादव के इस्तीफे और शिक्षक नियुक्ति के मामले को लेकर आज भी विधानमंडल के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश की। भारी हंगामे के कारण स्पीकर को विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ गए। बीजेपी ने कहा है कि शिक्षक बहाली और तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर सरकार जवाब नहीं देना चाह रही है लेकिन बीजेपी चुप नहीं बैठेगी और सरकार को हर हाल में इसपर जवाब देना पड़ेगा।


बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने कहा है कि मुख्यमंत्री के तानाशाही रवैये से शिक्षकों की बात दबने वाली नहीं है। बीजेपी शिक्षकों को न्याय दिलाने के लिए सदन में मजबूती के साथ आवाज उठाएगी। नीतीश कुमार ने वार्ता के नाम पर शिक्षकों को सिर्फ ठगने का काम किया है। शिक्षकों को न्याय दिलाने के लिए बीजेपी कल सड़क पर उतरेगी। बीजेपी के आंदोलन से मुख्यमंत्री डर गए हैं, इसलिए शिक्षकों से वार्ता की बात कह रहे हैं। शिक्षकों को अच्छी तरह से पता है कि सरकार की तरफ से उन्हें किसी तरह का न्याय नहीं मिलने वाला है।


वहीं पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक प्रेम कुमार ने कहा कि शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिलाने के लिए बीजेपी मांग कर रही है। साथ ही साथ सरकार शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों की सीधे बहाली करे। वित्तरहित शिक्षकों को समय पर पैसा नहीं मिल पा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल किया है ऐसे में उन्हें खुद नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। तेजस्वी जबतक इस्तीफा नहीं देते हैं बीजेपी इसको लेकर आवाज बुलंद करती रहेगी।


वहीं पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षकों पर दमनकारी नीति अपना रही हैं। उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है और लाठिया बरसाई जा रही हैं। सरकार एक तरफ वार्ता की बात कर रही है तो दूसरी तरफ उनकी गिरफ्तारी करा रही है। सरकार अविलंब शिक्षकों को प्रति अपनी नीति को स्पष्ट करे। वहीं तेजस्वी के इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कहते हैं। भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री कई मंत्री और विधायकों से इस्तीफा ले चुके हैं ऐसे में उन्हें उस परंपरा को बरकरार रखना चाहिए।