1st Bihar Published by: Updated Thu, 26 Dec 2019 07:20:35 PM IST
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PATNA: पटना में कल भूमिहार-ब्राह्मणों की जातीय सभा को लेकर घमासान तेज होता जा रहा है. इस कार्यक्रम के आयोजक और भाजपा के विधान पार्षद सच्चिदानंद राय से उनके समाज के ही युवकों ने गंभीर सवाल पूछे हैं. युवकों ने कहा कि अपने समाज की इज्जत बचाने के लिए जब वे लाठी खा रहे थे और जेल जा रहे थे तो सच्चिदानंद राय पलट कर झांकने तक नहीं आये. अब उन्हें जाति की याद कैसे आ गयी.
स्वजातीए समाज के युवाओं ने पूछा सवाल
दरअसल भाजपा के विधान पार्षद सच्चिदानंद राय कल पटना के श्रीकृष्ण मेमोरिलय हॉल में भूमिहार-ब्राह्मणों की सभा करने जा रहे हैं. हालांकि इसका नाम अटल स्वाभिमान सभा रखा गया है. लेकिन इसमें भूमिहारों और ब्राह्मणों की एकजुटता दिखाने का दावा किया गया है.स्वजातीए समाज से जुड़े युवकों ने भाजपा विधान पार्षद की इस सभा का कड़ा विरोध किया है. उनका कहना है कि अपने पॉलिटकल लाभ के लिए समाज को बरगलाने की कोशिश की जा रही है.
जब हम लाठी खा रहे थे तो कहां थे नेता
पटना के एएन कॉलेज छात्र संघ के उपाध्यक्ष कन्हैया कौशिक ने कहा है कि भूमिहार-ब्राह्मण की राजनीति करने वाले नेता तब कहां थे जब मुजफ्फरपुर में इसी समाज की एक लड़की को रेपिस्टों ने जिंदा जला दिया. “ हमारी एक बहन 90 फीसदी जली हुई अवस्था में चीखते-चीखते मर गयी. लेकिन कोई नेता देखने तक नहीं आया.” कन्हैया कौशिक के मुताबिक उनके सवर्ण सेना के पांच सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने इस घटना के खिलाफ आंदोलन किया, जिस पर भाजपा-जदयू की पुलिस ने बर्बरता से लाठी चलायी. चार युवकों को पकड़ कर जेल भेज दिया गया. सच्चिदानंद राय ने एक बयान तक नहीं जारी किया. कन्हैया कौशिक ने कहा है कि ऐसे लोगों को समाज कभी स्वीकार नहीं कर सकता.
उधर, मगध विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता देव सिंह ने भी शनिवार को होने जा रही भूमिहार-ब्राह्मण सभा का कड़ा विरोध किया है. देव सिंह ने कहा कि मुजफ्फरपुर में एक बहन के साथ हुए हैवानियत की इंतिहा के बाद आंदोलन करने के जुर्म में पुलिस ने उनकी बर्बर पिटाई करके जेल भेज दिया था. तब सच्चिदानंद राय हों या भाजपा के कोई दूसरे नेता. किसी ने एक बयान तक जारी नहीं किया था. सच्चिदानंद राय को चुनाव में टिकट चाहिये इसलिए जाति को जुटाने का दावा कर रहे हैं लेकिन ऐसे नेताओं के बहकावे में अब समाज आने वाला नहीं है.
हम समाज सेवा करने आये हैं
उधर सच्चिदानंद राय का कहना है कि वे राजनीति करने नहीं बल्कि समाजसेवा करने आये हैं. भाजपा के विधान पार्षद का दावा है कि अटल स्वाभिमान सभा के जरिये वे भूमिहार ब्राह्मणों को एकजुट करके उनके स्वाभिमान की रक्षा करने का प्रयास करेंगे.