बिहार में बढ़ा अपराध: सासाराम में फायरिंग से किशोर घायल, बगहा में एक व्यक्ति को मारा चाकू झारखंड में बड़े सियासी उलटफेर के संकेत, अमित शाह के संपर्क में हेमंत-कल्पना सोरेन तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी का देवताओं पर विवादित बयान, कहा..हिंदू धर्म में पियक्कड़ों के लिए अलग भगवान PATNA POLICE: 'शक्ति सुरक्षा दल' ने लिया महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा, कोई दिक्कत हो तो इन नंबरों पर करें कॉल पटना के बिहटा में जमीन कारोबारी पर हमला, 11 लाख कैश और दो सोने की चेन लूटकर भागे अपराधी Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्यों में आएगी और पारदर्शिता, अधिकारियों की होगी ग्रेडिंग; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दिए निर्देश Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्यों में आएगी और पारदर्शिता, अधिकारियों की होगी ग्रेडिंग; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दिए निर्देश PATNA: कांग्रेस की मीटिंग से गायब रहे 15 जिलाध्यक्ष, पार्टी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस Bihar News: बिहार में नए रेल पुल को मिली मंजूरी, प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे इतने हजार करोड़; इन जिलों से होगी सीधी कनेक्टिविटी Bihar News: बिहार में नए रेल पुल को मिली मंजूरी, प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे इतने हजार करोड़; इन जिलों से होगी सीधी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: Updated Thu, 14 Nov 2019 07:11:07 AM IST
- फ़ोटो
DELHI: केरल के सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला देगा. पिछले साल 28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं के जाने पर रोक हटाने का फैसला दिया था. जिसका केरल में भारी विरोध हुआ था. इस मामले में कोर्ट से धार्मिक परंपराओं का सम्मान करने की मांग करते हुए 65 याचिकाएं दाखिल हुई थी. इन याचिकाओं पर कोर्ट ने इस साल 6 फरवरी को फैसला सुरक्षित रखा था.
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में 64 रिव्यू पेटिशन के मामले चल रहे थे. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई वाली बेंच आज सुबह 10.30 बजे इस मामले पर फैसला सुनाएगी. आपको बता दें कि हर साल की तरह 16 नवंबर को एक बार फिर से सबरीमाला मंदिर के दरवाजे भक्तों के लिए खुलने वाले हैं. जिससे पहले आज ये तय होगा कि महिलाओं को मंदिर में एंट्री मिलेगी या नहीं.
दरअसल सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा की पूजा होती है. भगवान अयप्पा को शिव और मोहिनी का पुत्र माना गया है. भगवान अयप्पा का एक नाम हरिहरपुत्र ब्रह्मचारी भी है. ब्रह्मचारी होने की वजह से 10-50 साल की महिलाएं सदियों से भगवान अयप्पा का दर्शन नहीं करती हैं. ये परंपरा 800 साल से मंदिर में चली आ रही है.