सातवें चरण में करोड़पति कैंडिडेट की भरमार : 22 फीसदी कैंडिडेट पर दर्ज हैं आपराधिक मामले

सातवें चरण में करोड़पति कैंडिडेट की भरमार : 22 फीसदी कैंडिडेट पर दर्ज हैं आपराधिक मामले

PATNA : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान को लेकर लिए प्रचार चरम पर है। जहां तमाम दलों के प्रत्याशी और स्टार प्रचारक जीत के लिए जोर लगा रहे हैं। इस बीच सातवें चरण के लिए एडीआर की रिपोर्ट सामने आई है। जहां 8 सीटों पर कुल 134 उम्मीदवारों के शपथ पत्र के विश्लेषण से चौंका देने वाले तथ्य सामने आए हैं। अंतिम चरण में कुल मिलाकर 22 फीसदी उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 


वहीं, एडीआर की जो रिपोर्ट सामने आई है, उसके मुताबिक 19 प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों ने 37 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। जहां उम्मीदवारों की औसत संपत्ति ढाई करोड़ की है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार सातवें चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद हैं। जिनकी कुल संपत्ति 40 करोड़, 60 लाख, 98 हजार, 345 रुपये की है। 


इसके बाद दूसरे स्थान पर पटना साहिब से ही बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नीरज कुमार हैं। जिनके पास 23 करोड़, 61 लाख की संपत्ति है, जबकि तीसरे स्थान पर काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह हैं। जिनके पास 16 करोड़, 75 लाख रुपये की संपत्ति है। सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों की अगर बात करें तो पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी नागेश्वर प्रसाद के पास 6900 रुपये की संपत्ति है। इसके अलावा आरा लोकसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार सिंह के पास मात्र 15,000 रुपये और नालंदा लोकसभा सीट पर सुधीर कुमार के पास 50,500 रुपये की संपत्ति है। 


उधर, बिहार में सातवें चरण में 8 लोकसभा सीट के लिए मतदान होने हैं। नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद लोकसभा सीटों पर आगामी 1 जून को वोट डाले जाएंगे। कुल 134 उम्मीदवारों ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया है। 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ जाएंगे।