SITAMARHI: बिहार में शादी-विवाह के सीजन के बीच लगातार कई अजीबो-गरीब मामले सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में सीतामढ़ी में एक शादी के बाद दुल्हन का हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है। दूल्हे और दुल्हन ने सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें तो खाई लेकिन शादी के बाद दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद बारात बिना दुल्हन लिए ही लौट गई।
मामला जिले के सुरसंड प्रखंड के भिट्ठा पूर्वी वार्ड 10 का है, जहां हिंदू रीति-रिवाज के साथ पहले बारात का स्वागत हुआ। फिर जयमाला के बाद दूल्हा और दुल्हन ने सात फेरे भी लिए। कहानी में ट्विस्ट तब आया जब शादी होने के बाद दुल्हन ने दूल्हे को मंदबुद्धि बताते हुए ससुराल जाने से मना कर दिया। उसके बाद बिना दुल्हन बारात लौट गई।
लड़की के पिता रामप्रीत दास ने बताया कि उनकी बेटी की शादी चरौत थाना इलाके के चंद्रसेना निवासी रामवृक्ष दास के बेटे से तय हुई थी। लेकिन शादी के बाद दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से मना कर दिया है। हालांकि बाद में दुल्हन के परिवारवाले और ग्रामीण भी उसके समर्थन में आ गए। बता दें कि दूल्हा पक्ष का आरोप है कि लड़की पहले वीडियो कॉल पर भी बात करती थी, लेकिन इस तरह के कोई आरोप पहले नहीं लगाए गए। शादी के बाद दोनों कोहबर में गए, जिसके बाद लड़की ने लड़के को अपनाने से इंकार कर दिया और दूल्हा को बगैर दुल्हन के खाली हाथ लौटना पड़ा।